
आज से दस-बारह साल पहीले बिसकरमा पूजा के भोरे-भोरे उठ के सबसे पहीले अपना साइकिल दूरा पर निकालते थे. एक घंटा तक उसके रीम को सरेस पेपर से…

फोटुआ देखेे हैं? ई बाबाधाम का परसादी है.. थोड़ा-सा खाकर देखिएगा, करेजा जुड़ा जाएगा.. जब हम बुतरू हुआ करते थे, उस टाइम सावन में सबसे बेशी इंतजार…

बिहार से चलने वाली ट्रेने में सिर्फ लोग बिहारी नहीं होगें, अब ट्रेनों में बिहारी व्यंजन भी मिलेंगें| जी हाँ, बिहार से खुलने वाली ट्रेनों में आईआरसीटीसी ने राज्य के…

बिहार तीन प्रमुख धर्मों के उद्गम का साक्षी रहा है- जैन धर्म, बौद्ध धर्म और सीख धर्म| जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर जैन का जन्म करीब…

अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने को लेकर अभी देश में भूचाल मचा हुआ है| भगवान राम का नाम अज कल मंदिरों से ज्यादा सियासी अखारों में…

काँच ही बांस के बहंगिया बहँगी लचकत जाये पहनी ना देवर जी पियरिया बहँगी घाटे पहुचाये”!! ई गीत सुनते ही मनवा मे एगो लहर उठेला, दिल खुश…

बेटा अबईछई त साड़ी आ गहना सब लयबे करईछई. आब औरों की चाही? हमारा स के त ऐ गो साड़ी रहे वो ही में गुज़र क ली.…

- चाची, जिलेबी कइसे दे रहे हैं? - बीस रुपे किलो! - तीन रुपैय्या का दे दीजिए! - तीने रुपा का लोगे ता एतना चिचिया काहे रहे…

मधुबनी रेलवे स्टेशन को मिथिला पेंटिंग से सजाने के बाद अब धीरे-धीरे रेलवे मिथिला की सांस्कृतिक और कलात्मक विरासत, मिथिला पेटिंग के रंग में रंगता जा रहा…

"एगो फिलिम खतम हुआ त हम थोड़ा-सा लघुशंका से निपटने के लिए चापाकल के तरफ बढ़े.. वहां देखे ता चद्दर ओढ़ के "महेन चा" खड़े थे.. हम…

फोटुआ देखेे हैं? ई बाबाधाम का परसादी है.. थोड़ा-सा खाकर देखिएगा, करेजा जुड़ा जाएगा.. जब हम बुतरू हुआ करते थे, उस टाइम सावन में सबसे बेशी इंतजार…

सभी जिले को पीछे छोड़ते हुए सीतामढ़ी बिहार का पहला आई.एस.ओ प्रमाणित जिला होने का गौरव प्राप्त किया है| ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड की संस्था इंटरनेशनल एक्रीडेशन फोरम जेएएस-एएनजेड द्वारा यह सर्टिफिकेशन उच्च…

उत्तरी बिहार की मशहूर शाही लीचीको नया मुकाम मिलने वाला है। जरदालू आम, कतरनी चावल, और मगही पान के बाद अब शाही लीचीको जिऑग्रफिकल इंडिकेशन (जीआई) टैग के रूप…

हमनी के बिहार में लईकीन के बियाह के दिन धराला ओकरा बादे से घर के माहौल में एकदम बदलाव हो जाला। घर मे कवनो बात होत रहे…

अक्सर हम बुराईयों को सिर्फ गलत कहते हैं, कभी स्वयं आगे बढ़कर उसे सुधारने की कोशिश नहीं करते। लेकिन शायद देश का युवा वर्ग अब इस कमजोड़ी…

"अमुआ मोज़र गईले महुआ कोसा गईले, रसवा से भर गईल कुल डरिया तनि ताका न बलमुआ हमार ओरिया" आई भोरे से इहे गीत सुन रहल हति. अम्मा…