नेपाल से बिहार का सदियों पुराना नाता रहा है। यह रिश्ता दो देशों से बढ़कर सामाजिक व पारिवारिक स्तर तक है। बिहार व नेपाल के बीच निर्बाध…
बिहार का काफी क्षेत्र हर साल नेपाल से आने वाली नदियों की बाढ़ से तबाह हो जाता है| इन नदियों की बाढ़ से हर साल हजारों लोग…
एवरेस्ट पर चढ़ने वाली विश्व की पहली दिव्यांग महिला पद्मश्री अरुणिमा सिंहा कल शाम पटना में विश्वप्रसिद्ध लीडरशिप एंड एंटरप्रेन्योरशिप संस्था डेक्स स्कूल के स्नातक समारोह में…
बिहार-बिहार-बिहार, बिहारी-बिहारी-बिहारी हर तरफ आप सुनते होंगे| बिहार के बारे में आप कैसा सुनते हैं वो इस पर निर्भर करता है कि आपकी संगति कैसी है! कुछ…
उरी में पाकिस्तान के तरफ से आतंकी हमला और भारत के तरफ से उसके जवाब में सर्जिकल अटैक के बाद दोनों देश के खराब हालत का असर…
पहली बार पाकिस्तान में घुसकर हुए ऐतिहासिक सर्जिकल करवाई में भारतीय सेना के स्पेशल पैरामिलिट्री फ़ोर्स ने 50 से अधिक आतंकियों को मारकर अबतक का आतंक के…
साक्षर भारत अभियान पुरस्कार में इस बार बिहार को दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ रहा है जबकि छत्तीसगढ़ को लगातार दूसरे बार साक्षर भारत पुरस्कार के…
The people we fight are the people we love. The people we might not know are the people we ought to die for. The people never matters…
जिससे हो सकता उऋण नहीं, ऋण भार दबा तन रोम-रोम, सौ बार जन्म भी लूँ यदि मैं, जिसके हित जीवन होम-होम|| जयप्रकाश नारायण जी के बारे में…
बिहारियों में जी तोड़ मेहनत करने की क्षमता होती है ये बात पहले से प्रमाणित है, बिहार के युवा हर क्षेत्र में अंतराष्ट्रीय पटल पर बिहार का डंका बजे रहे हैं चाहे वो ज्ञान का क्षेत्र, विज्ञान का क्षेत्र हो, खेल का क्षेत्र हो या कला का, बिहारी सब जगह आगे आ रहे हैं। नामचीन ब्लॉग और डिजिटल न्यूजपेपर ने हाल ही में दुनिया के सौ सर्वश्रेष्ठ युवा उद्यमियों की सूचि जारी की है जिसमे बिहार के राजधानी पटना के निवासी और सामाजिक संस्था डेक्सटीरिटी ग्लोबल के संस्थापक शरद सागर को तीसरे स्थान पर शामिल किया है, बिहार सहित पुरे देश के लिए ये गौरव की बात है। शरद अपनी इस उपलब्धि समस्त देशवासियों को समर्पित किये हैं। शरद सागर को इससे पहले जनवरी में विश्व की सर्वश्रेष्ठ पत्रिकाओ में एक फ़ोर्ब्स में भी जगह मिल चुकी है। 24 वर्षीय शरद सागर अपने संस्थान डेक्सटीरिटी ग्लोबल के माध्यम से नेक्स्ट जनरेशन को अंतराष्ट्रीय स्तर से जोड़ना चाहते हैं। शरद चाहते हैं की शिक्षा का लोकतांत्रीकरण हो। डेक्सटीरिटी शिक्षा में लोकतांत्रीकरण को बढ़ावा देता है। शरद सागर का एक स्पेशल प्रोग्राम बिहार के बच्चों के लिए चलाया जा रहा है जिसका नाम है डेक्सटीरिटी टू कॉलेज, इसके माध्यम से इनकी संस्था बिहार के प्रतिभावान बच्चों को स्कॉलरशिप देती है ताकि वो बेहतर कर सके। शरद का कहना है की देश सिर्फ एक रामेश्वरम् की कलाम को जानता है जबकि बिहार के हर गांवों में एक कलाम बैठा है वो देश का अगला जरूर बन सकता है अगर उसे भी सारी जरूरी जानकारी और सुविधा उपलब्ध कराई जाये तो। शरद कहते हैं की हमने विश्व को अनेकों उपहार दिए हैं चाहे वो शिक्षा का क्षेत्र हो या राजनीति का, फिर आज का बिहार क्यों पीछे रहेगा, वो बिहार को अंतराष्ट्रीय पटल पर लाने की बात करते हैं क्योकि उनका मानना है की अगर बिहार आगे आता है तो देश आगे आएगा और अगर देश आगे आता है तो समस्त संसार आगे आएगा।
दिल्ली: विश्व बैंक ने बिहार में गरीबों को रोजी-रोटी के बेहतर मौके उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार के साथ शुक्रवार को 29 करोड़ डॉलर…
मोदी कैबिनेट का दूसरा विस्तार मंगलवार को हो गया. कैबिनेट में 10 राज्यों से 19 नए चेहरों की एंट्री हुई. वहीं राज्य मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का कैबिनेट…
बिहार के मुंगेर की धरती से ही स्वामी सत्यानंद सरस्वती ने 1963 में यह भविष्यवाणी की थी कि योग परम शक्तिशाली विश्व संस्कृति के रूप में प्रकट…
किसी भी मां-बाप के लिए सबसे बड़ा खुशी का पल तब आता है जब वो अपने संतान को कामयाबी के शिखर पर पहुंचता हुआ देख ले। बिहार…
दिल्ली: हमारा देश समय के साथ कामयाबी के शिखर की तरफ लगातार आगे बढ़ रहा है। तमाम बाधाओं को पार करते हूए हम विश्व शक्तिमान बनने के…