विरासत बचानी है तो युवाओं को आगे आना जरूरी : अनंताशुतोष द्विवेदी
हेरिटेज सोसायटी और पटना म्यूजियम के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को पटना संग्रहालय सभागार में हेरिटेज टॉक शो का आयोजन किया गया। स्वर्गीय बालेश्वर द्विवेदी की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में पुरासंपदाओं के संरक्षण पर चर्चा की। विद्याधर द्विवेदी ने आगन्तुको का स्वागत किये। अध्यक्ष के रूप में काशी प्रसाद जायसवाल शोध संस्थान के निदेशक विजय कुमार चौधरी उपस्थित हुए। विशिष्ट अतिथि के रूप में शिक्षाविद डा. कुमार अरुणोदय उपस्थित थे। इस मौके पर श्री अरुणोदय को साल 2016 के बालेश्वर द्विवेदी मेमोरियल अवार्ड से सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन कत्थक नृत्यांगना व कलानेत्री पल्लवी ने किया । हेरिटेज सोसायटी के प्रयासों की सराहना की और विरासत संरक्षण के लिए सबको सजग रहने को सचेत किया गया ।
कार्यक्रम का आरंभ बालेश्वर द्विवेदी के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। इस मौके पर अतिथियों ने हेरिटेज सोसायटी के वेबसाइट की शुरुआत की। काशी प्रसाद शोध संस्थान के निदेशक बिजय कुमार चौधरी ने कहा कि श्री द्विवेदीजी जीवनपर्यन्त अलौकिक कार्यक्षमता व असीम ज्ञान भंडार व अपूर्ण कर्मठता के लिए जाने जाते रहे। उन्होंने मगध क्षेत्र में विरासत के नष्ट होते देख चिंता जाहिर की थी और उनकी अगली पीढ़ी विरासतों को सहेजने में जुटी है। श्री चौधरी ने कहा कि अरवल व जहानाबाद सहित पूरा मगध क्षेत्र ही पुरासंपदाओं से भरा पडा है। उन्होंने शोध संस्थान के द्वारा बिहार के विरासतों को सूचीबद्ध करने व इसे प्रकाशित कराने की बात कही।
शिक्षाविद डा. कुमार अरुणोदय ने कहा विरासत संस्कृति व सामाजिक मूल्यों के संरक्षण का दायित्व सबका है और इसकी शुरुआत हम अपने आसपास से करें।
पुरातत्वविद अनन्ताशुतोष द्विवेदी ने हेरिटेज सोसायटी के विरासत संरक्षण के प्रयासों पर चर्चा की। उन्होंने मगध क्षेत्र विशेषकर जहानाबाद और अरवल क्षेत्र में पसरी विरासत को पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से दिखाया। । अरवल जिले के लारी पुरास्थल पर होने वाले विकास कार्यों के बारे में प्रयासों को विस्तार से बताया।
धन्यवाद ज्ञापन पटना म्यूजियम के संग्रहालय अधिकारी शिव कुमार मिश्र ने किया। कार्यक्रम में डा अनिल कुमार, विद्याधर द्विवेदी, भरत कौशिक , संजीव कुमार सिन्हा, रेशमा, मानस रंजन , आशीष वर्धन, सहित अन्य लोग उपस्थित थे।