कोरोना वायरस के कारण पूरे बिहार में लॉकडाउन की स्थिति है| बच्चे न स्कूल जा पा रहे हैं और बड़े न काम पर जा रहे हैं| सभी घर में मजबूरन बंद है| अगर ऐसा कुछ और दिनों तक चला तो गरीब लोगों को खाने की भी दिक्कत पड़ने लगेगी| इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों को हर परिवार के लिए आर्थिक मदद जारी करना चाहिए और मुफ्त में अनाज देना चाहिए|
हालांकि बिहार सरकार ने इस तरफ एक कदम बढ़ाया है| नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने इस दौरान कोरोना से लड़ रहे डॉक्टरों और अन्य चिकित्साकर्मियों को एक माह का मूल वेतन अलग से प्रोत्साहन राशि के तौर पर देने का ऐलान किया है. इसके साथ ही सहायता पैकेज के तौर पर राशन कार्ड धारियों से लेकर पेंशनधारियों के लिए भी बड़ी राहत दी है|
एक माह का राशन मुफ्त
इसके साथ ही बिहार सरकार ने सभी राशन कार्डधारी परिवारों को एक महीने का राशन मुफ्त देने की घोषणा भी की है| साथ ही वृद्धजन पेंशन, दिव्यांग पेंशन, विधवा पेंशन और वृद्धावस्था पेंशन के तहत सभी को तीन माह की पेंशन तत्काल अग्रिम तौर पर ही दी जाएगी| ये राशि सीधे उनके खाते में डाली जाएगी| वहीं लॉकडाउन क्षेत्र के सभी नगर निकाय और प्रखंड मुख्यालय की पंचायत में सभी राशनकार्ड धारी परिवारों को एक हजार रुपये प्रति परिवार दिया जाएगा| ये राशि उनके खाते में अंतरित की जाएगी|
इसके साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छात्र-छात्राओं को भी राहत दी है| सीएम ने घोषणा की कि 1 से 12वीं तक के सभी छात्रों को 31 मार्च तक छात्रवृति दे दी जाएगी| वहीं सीएम ने लोगों से अनुरोध किया है कि लॉकडाउन के दौरान सरकार की सलाह का अनुपालन करें और घरों पर ही रहें| वहीं डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों को प्रोत्साहन के तौर पर एक माह का अतिरिक्त मूल वेतन भी दिया जाएगा|
Source: News 18