भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए बिहार सरकार देगी आईटी को बढ़ावा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए कहा है कि इस्तीफे देने की योजना पहले से सुनियोजित नहीं थी. आरजेडी ने उनके ऊपर लगे आरोपों पर कोई सफाई नहीं दी. ऐसे में हम भ्रष्टाचार का साथ नहीं दे सकते थे, जिस वजह से इस्तीफा देना पड़ा. हम किसी भी परिस्थिति में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेंगे. और बिहार में नयी बनी एनडीए सरकार भी भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस की नीति अपना रही है. बिहार के उपमुख्यमंत्री ने राज्य से भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए आईटी क्षेत्र में जोरशोर से बढ़ावा देने की बात कर रहे हैं.
बिहार अब आईटी के क्षेत्र में भी इतिहास रचेगा. बिहार के उपमुख्यमंत्री सह वित्त और आईटी मंत्री सुशील कुमार मोदी ने बेलट्रान भवन में बिहार क्लाउड नामक एक सर्वर को लांच किया.
इस सर्वर में बिहार सरकार के सभी विभागों के डेटा को रखा जा सकेगा. बिहार क्लाउड के अस्तित्व में आने से डेटावेस का इंटीग्रेशन और माईग्रेशन संभव होगा और यह सर्वर चौबीसो घंटे काम करेगा.
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि
यह बिहार सरकार का अपना सर्वर होगा और इससे करप्शन पर काबू करने में काफी मदद मिलेगी.
बिहार सरकार ने आईटी के क्षेत्र में लंबी छलांग लगाने के लिए 13 और 14 सितंबर को आईटी की बडी कंपनियों का दो दिवसीय कानक्लेव भी कराने जा रही है. पटना के बीआईटी कैंपस में होने वाले इस कानक्लेव में कई कंपनियों के सीईओ शामिल होंगे. इसका नाम HACKATHON CUM INVESTRER CONCLAVE दिया गया है.
बिहार में आईटी को बढ़ावा देने के लिए सरकार :
-बिहटा में नाइलेट के सहयोग से 2000 बच्चों के लिए प्रशिक्षण केन्द्र
-पटना के पाटलीपुत्र में STPI तैयार,दरभंगा और मुजफ्फरपुर में तैयारी
-बिहटा में आईटी पार्क के लिए 25 एकड़ जमीन
-आईटी सिटी के लिए राजगीर में 92 एकड जमीन
-डाकबंगला के पास आईटी टावर का निर्माण,PPP मोड पर
-फिलहाल फ्री वाई-फाई 151 स्थान पर,अगस्त तक 138 और नवंबर तक 62 और जुडेंगे
-313 करोड की लागत से B-SWAN-2 आईटी हाइवे का काम दिसंबर 17 तक पूरा होगा
-आईटी हाइवे से ब्लॉक लेवल तक कनेक्टिविटी मिलेगी