बिहार के चर्चित आईपीएस विकास वैभव आज भागलपुर डीआईजी का पदभार ग्रहण करेंगे। विकास वैभव न सिर्फ एक ईमानदार अधिकारी हैं, बल्कि आमलोगों की ताकत बनकर, पुलिसिंग का एक आदर्श रूप, सबके सामने रखते हैं। विकास वैभव की खासियत यह है की, पुलिसिंग के बाद जो समय थोड़ा बचता है, उस समय का भी जमकर सदुपयोग इतिहास को खंगालने में करते है। विकास वैभव ‘साइलेंट पेजेज’ नाम की एक ब्लॉग पर अपनी जी-तोड़ मेहनत से अर्जित किये गए ज्ञान को शेयर करते हैं।
वही विकास वैभव भागलपुर के डीआईजी बनते ही अपने टास्क निर्धारित कर लिए हैं। उन्होंने कहा है कि नई जिम्मेवारी के निर्वहन में मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता यह रहेगी कि पुलिस पूरी तटस्थता और निष्पक्षता के साथ बिना किसी राग—द्वेष “रुल ऑफ लॉ” का समुचित निष्पादन सुनिश्चित कर सके।
उन्होंने कहा कि बतौर फील्ड पुलिस आॅफिसर अपने पूरे कैरियर में मैंने प्राथमिकी दर्ज न करने एवं आम जनता को गुमराह करने, पुलिस केस दर्ज करने में अपराध की गंभीरता को कम आंक कर दर्ज करने, किसी भी अपराध के बारे में पुलिस अधीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को सूचना तत्क्षण न देने, रिश्वरखोरी, शिकायतकर्ता के साथ कार्य निष्पादन के क्रम में तटस्थता न बरतने जैसे मामलों में मैंने हमेशा जीरो टॉलरेंस की नीति का अनुपालन किया है।
विकास वैभव ने कहा कि ऐसा कोई मामला जिसमें प्रभारी पदाधिकारी की पक्षपात पूर्ण भूमिका सामने आती है, अगर वह मामला मेरे संज्ञान में लाया जाता है तब संबंधित व्यक्ति पर स्वाभाविक तौर पर जो कार्रवाई की जाएगी ,वह पुलिस अधीक्षक/ आरक्षी उप महानिरीक्षक द्वारा तत्काल प्रभाव से उसका निलंबन होगा और बिना किसी सुलह-समझौते के संबंधित व्यक्ति पर अग्रतर उचित विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मेरी प्राथमिकता में प्रभावपूर्ण तरीके से आपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण होगा जिसमें प्राथमिकता संपत्ति संबंधी अपराध, रात्रिकालीन पुलिस गश्ती में मुस्तैदी, भूमि विवादों के निष्पादन में समुचित भूमिका, जांच के लंबित मामलों एवं प्रक्रियाओं का निष्पादन, अतिक्रमण से मुक्ति एवं यातायात संबंधी मामलों का समाधान, अवैध शराब संबंधी मामलों पर कार्रवाई, यातायात एवं मार्ग बाधित करने वालों के प्रति कोई सहिष्णुता नहीं शामिल है। भले ही कैसी भी परिस्थिति क्यों न हो, सभी थानों में वरिष्ठ नागरिक प्रकोष्ठ की स्थापना एवं जनता व पुलिस के बीच सप्ताह में एक दिन विशेषतौर पर शनिवार को थाना क्षेत्राधिकार में खुली जगह पर संवाद होगा।
उन्होंने अपने तय टास्क की चर्चा करते यह भी कहा है कि पुलिस थानों का रात्रिकालीन औचक निरीक्षण किया जाएगा जिसमें हाजत की जांच की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि रकम उगाही के लिए किसी को पकड़कर तो नहीं रखा गया है। इसके साथ ही पुलिसिंग के बुनियादी ढांचों एवं नियमित पुलिस गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। मेरे वश में जो भी होगा उसके अनुरूप कल्याणार्थ तमाम कोशिशें की जाएंगी। मैं जन शिकायतों की सुनवाई के लिए हमेशा उपलब्ध रहूंगा और आशा करता हूं कि अपनी क्षमता के अनुसार भागलपुर की जनता की अपेक्षानुरूप सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश कर पाउंगा।