आज से बोधिसत्व अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, शिरकत करेंगे स्टार्स
आज से राजधानी पटना के अधिवेशन भवन में ग्रामीण स्नेह फाउंडेशन के तहत आठ दिवसीय बोधिसत्व इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत हो रही है। फेस्टिवल में विभन्न देशों के 102 फिल्मों का चयन किया गया है। फेस्टिवल में बॉलीवुड व हॉलीवुड के कई सितारे और डायरेक्टर शिरकत करेंगे।
कल फेस्टिवल को लेकर आयोजित संवाददाता सम्मलेन में बीआईएफएफ के चेयरमैन श्री गंगा कुमार ने आज कहा “बोधिसत्त्व इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिबल की कल्पना इस तरह से तैयार की गयी थी जिससे बिहार के सांस्कृतिक गौरव को फिर से वापस लौटाया जा सके। सत्तर के दशक तक बिहार सांस्कृतिक केन्द्र के रूप में जाना जाता था। हाल के समय में बिहार में कई सफल फिल्म महोत्सव का आयोजन किया गया है। उम्मीद है कि बिहार में बोधिसत्त्व इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के आयोजन किये जाने से बिहार की कला, फिल्म एवं संस्कृति को लोगों को करीब से जानने का अवसर मिलेगा।किसी भी तरह के आयोजन में बिहार की धरती हमेशा से ही अतिथि देवो भव: के जज्बे को बुलंद करती है।”
श्री कुमार ने कहा कि महोत्सव में 102 फिल्में दिखायी जायेंगी जिनमें हिंदी के अलावा लघु ,वृतचित्र समेत अंतर्राष्ट्रीय स्तर की फिल्में भी शामिल है। उन्होंने आशा जताई कि सिने प्रेमियों ने जिस तरह पटना और क्षेत्रीय महोत्सव को अपना प्यार दिया है उसी तरह का प्यार इस महोत्सव को भी मिलेगा।उन्होंने कहा कि महोत्सव के दौरान दिवंगत फिल्म अभिनेता ओमपुरी को श्रद्धांजलि दी जायेगी ।इस अवसर पर मुख्य महोत्सव सलाहकार परमेन्द्र मजूमदार ने मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुये कहा कि किसी भी कार्यक्रम की सफलता में मीडिया बड़ा योगदान देता है और वह अपने कलम की ताकत से किसी भी कार्यक्रम को सफल बनाती है। बिहार में बोधिसत्त्व इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किये जाने से मुझे बेहद खुशी मिल रही है जिसे शब्दों में बयां नही किया जा सकता।
ग्रामीण स्नेह फाउंडेशन की अध्यक्ष और बीआईएफएफ आयोजक स्नेहा राउत्रे ने कहा पटना में फिल्म महोत्सव का आयोजन किये जाने से वहां के लोगों को फिल्म से जुड़ी बातों को करीब से जानने का अवसर मिलेगा। फिल्म महोत्सव के लिये 122 देशों की करीब 3500 फिल्मों ने इंट्री दी। इनमें भारत के अलावा ईरान, अमेरिका, फ्रांस, इटली, स्पेन, ब्रिटेन, तुर्की, रूस, ब्राजील, जर्मनी, अर्जेटीना, बांग्लादेश, कनाडा, पुर्तगाल, ऑस्ट्रिया और मैक्सिको समेत कई देशों की फिल्में शामिल हैं। इनमें अंतिम रूप से करीब 102 फिल्मों का चयन किया गया है। सभी फिल्म एक निर्धारित चयन प्रक्रिया के तहत ही चुनी गयी है। दर्शकों को महोत्सव के दौरान अच्छी और गुणवत्तापूर्ण फिल्में देखने को मिलेगी।
महोत्सव के दौरान दिखायी जाने वाली पहली फिल्म पार्च्ड है। पार्च्ड की निदेशक लीना यादव ने कहा “महोत्सव के माध्यम से लोगों को एक साथ अलग-अलग तरह की फिल्में देखने को मिलती है और इसके माध्यम से लोगों को दूसरे देश और वहां की कला संस्कृति को करीब से जानने का अवसर मिलता है। मैं बिहार की बहू हूँ और पहली बार अपनी फिल्म के साथ फेस्टिबल में आयी हूँ।
पार्च्ड की अभिनेत्री तनिष्ठाचटर्जी ने कहा “दुनिया भर से चयनित फिल्मों को फेस्टबिल में दिखाया जाना एक अनूठी शुरूआत है। महाराष्ट्र और देश के अन्य प्रांतो में फिल्म फेस्टिबल आयोजित किये जाते हैं । बिहार में बड़े पैमाने पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महोत्सव किया जाना अच्छी शुरूआत है। यह एक अनूठा प्रयास है । मैं महोत्सव के सफल आयोजन की कामना करती हूँ। अभिनेत्री सोनल झा ने कहा कि फिल्म फेस्टिबल का आयोजन एक ऐसा माध्यम है जिससे खासकर युवाओं को अलग अलग तरह की कहानी पर आधारित फिल्म देखने का अवसर मिलता है। जाने माने अभिनेता अखिलेन्द्र मिश्रा ने कहा कि हमारे जैसे लोग जो अपने करियर के कारण बिहार से दूर हो गये हैं ,इस तरह के आयोजन से उन्हें बिहार फिर आने का अवसर मिलता है। बिहार की युवा पीढ़ी के लिये गर्व की बात है कि उन्हें बिहार में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महोत्सव का लुत्फ उठाने को मिल रहा है। संवाददाता सम्मेलन में विनोद अनुपम, कुमार रविकांत, मीडिया प्रभारी रंजन सिन्हा उपस्थित थे।