बिहार के इस क्षेत्र में हो सकता है आतंकवादी और नक्सली हमला, गृह मंत्रालय ने दिया हाई अलर्ट का आदेश
दशहरे-मुहर्रम को लेकर पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल के लिए गृह विभाग ने विशेष अलर्ट जारी किया है। पूर्व बिहार में नक्सली गतिविधियों का अधिक खतरा है तो सीमांचल में आतंकियों के स्लीपर सेल सक्रिय हो सकते हैं। पटना-हावड़ा मुख्य रेलपथ नक्सलियों के निशाने पर है। किऊल से जसीडीह तक नक्सलियों की सक्रियता रही है और ये पूर्व में यहां कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।
यह रेलखंड जंगल-पहाड़ी क्षेत्र से घिरा हुआ है और इस कारण पुलिस को यहां विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इधर, किऊल-भागलपुर रेलखंड पर भी नक्सलियों की सक्रियता रही है। इन दोनों रेलखंडों के कई रेलवे स्टेशन नक्सली प्रभाव के इलाके में हैं। इस कारण ये दोनों रेलखंड हाई अलर्ट पर रखे गए हैं।
पुलिस के आला अधिकारियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। आतंकी, माओवादी और आंतरिक हालातों पर निर्देश के मद्देनजर कड़ी नजर रखी जा रही है।
नवादा और औरंगाबाद की सीमा पर पुलिस ने लगातार नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की है। हाल में ही झारखंड राज्य के गुमला में एक बड़े माओवादी नेता आशीष यादव को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है।
नक्सलियों ने सात से 11 अक्टूबर तक विरोध सप्ताह मनाने का निर्णय लिया है। इस कारण नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। इधर, सीमांचल के किशनगंज और कटिहार जिले में बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या अधिक है। इन दोनों जिलों में सेना और एसएसबी के कैंप हैं। पूर्णिया में सैन्य हवाई अड्डा है जहां से पूर्व में संदिग्धों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
Source: Dainik Jagran