इन दो बिहारी युवाओं ने अपने ‘स्टार्टअप आईडिया’ से इस बड़ी समस्या का समाधान कर दिया
इरादों में हौसला, जोश और जुनून हो तो इंसान हर एक मंजिल को हासिल करने का काबलियत रखता है। मुश्किले उनकी राहों में यूँ ही रास्ता बना देती है और इंसान अपने मुकाम की ओर बढ़ता चला जाता है। सोच छोटी या बड़ी हो उनके लिए कुछ मायने नहीं रखता , बस सार्थक और सकारात्मक सोच होनी चाहिए।
आज “अपना बिहार” ऐसे ही दो ज़िगरी दोस्त विवेक कुमार और प्रशांत गौतम के संघर्ष और उनकी स्टार्टअप आइडिया को आपके सामने लेकर आया है जो अपने स्टार्टअप आइडिया से लोगों को समस्या में ही समाधान दिखाने का सोच पैदा कर रहा है।
●आईए सबसे पहले उनका परिचय जानें :
बक्सर जिले के रहने वाले विवेक कुमार और प्रशांत गौतम दोनों मगध विश्वविद्यालय के बीडी कॉलेज में बीकॉम सेकंड ईयर में नामांकित हैं। मध्यवर्गीय परिवार में जन्में ये दोनों 18 साल के उम्र में ही अपने काबिलियत के बदौलत स्टार्टअप इण्डिया में अपना सेलेक्शन करवाया। हाल में ही इनके स्टार्टअप को “स्टार्टअप इण्डिया” से रिकॉग्निशन मिला है।
इन दोनों ने रिसाइक्लिंग बाजार नाम का स्टार्टअप शुरू किया हैं, जो हर-एक इंसान चाहे वह गरीब या अमीर हो उनके लिए लाभ पहुंचाने का काम कर रही है। स्टार्टअप इण्डिया में सेलेक्ट होने के बाद इन दोनों का देशभर में एक अलग पहचान बन चुका हैं। इसके तहत बिज़नेस मॉड्यूल पर टैक्स भी मिलेगा। साथ ही स्टार्टअप इण्डिया के तहत चुने गए स्टार्टअप को बिना किसी कोलैटरल के 10 करोड़ रुपये तक का फंड मिलता हैं।
● इनके सोच और शुरुआत पर एक नज़र :
बातचीत के दौरान प्रशांत गौतम ने बताया कि इस स्टार्टअप का आईडिया अपने घर का कूड़ा-कचड़ा देख कर ही मिला था। उच्च शिक्षा हेतु पढ़ाई करने पटना गया जहाँ देर रात पढ़ाई करने के बाद सुबह जब नींद खुलती थी , तब तक कूड़ा ले जाने वाला कर्मी जा चुका होता था।
तभी से कूड़ा हटाने के लिए बेहतर ऑनलाइन व्यवस्था ढूंढने लगा। इसके बाद हम दोनों ने मिलकर इस पर काम करना शुरू किया।
विवेक और प्रशांत गौतम ने अपने स्टार्टअप रिसाइक्लिंग बाजार के रिकॉग्निशन के लिए स्टार्टअप बिहार स्कीम के लिए आवेदन किया था , जहाँ उन्हें नहीं सेलेक्ट होने से निराशा हाथ लगी थी। फिर भी हिम्मत नहीं हारी और अपने काम को जारी रखा । बिहार उधमी संघ के इंक्यूबेशन सेंटर इंटरप्राइजेज जोन में काम करने के बाद इनके स्टार्टअप का सेलेक्शन स्टार्टअप इण्डिया के लिए हुआ।
अब अपनी स्टार्टअप की शुरुआत अपने जन्म भूमि बक्सर जिले से कर चुके है तथा बहुत जल्दी ही बिहार की राजधानी पटना में भी इन्हें शुरू करने वाले है। उम्मीद है कि काफी लोग इनसे लाभान्वित होंगे।
● अब जानें आखिरकार क्या करती है इनका स्टार्टअप रिसाइक्लिंग बाजार :
हमलोग प्रतिदिन अपने घर से काफी मात्रा में कूड़े- कचड़े व कबाड़ निकालते हैं, जिसमें से कुछ नगर निगम के सिस्टम से कूड़े के ढ़ेर तक पहुँच जाती हैं फिर उसे नगर निगम के व्यवस्था के द्वारा उन्हें उस स्थान से उठा लिया जाता है। कुछ कचड़े हमारे घर के आसपास खाली जमीन पर भी फेंक दिया जाता है। दोनों ही हालात में किसी को कोई फायदा नहीं मिलता लेकिन रिसाइक्लिंग बाजार इस कूड़े-कचड़े व कबाड़ को हर घर से खरीदती है तथा ईको फ्रेंडली गाड़ियों से कूड़ा- कबाड़ कलेक्ट करती है। उसका कैश पेमेंट करती है। इसके बाद कूड़ा-कबाड़ का ईको फ्रेंडली रिसाइक्लिंग करती है।