उत्तर बिहार में बाढ़ का कहर, मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से मांगी मदद
उत्तर बिहार के जिलों में तेज बरसात और नेपाल के पानी से आई बाढ़ से त्राहिमाम की स्थिति बन गई है। बाढ़ का कहर बिहार में बढ़ता ही जा रहा है। अचानक तेजी से बढ़ रही पानी के कारण कई जगह लोग फंस गए हैं ।
बेतिया, मधुबनी, मोतिहारी और सीतामढ़ी के कई गांवों से लोग पलायन कर रहे हैं। नरकटियागंज के पंडई नदी में बाढ़ के कारण भितिहरवा के कई घर डूब गए हैं। यहां के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में 7 फुट पानी घुस गया है। ट्रैक पर पानी होने से रेल परिचालन भी बाधित है। बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस का मार्ग बदल दिया गया है।
पानी के कारण शिवहर और सीतामढ़ी के कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। मुजफ्फरपुर के औराई और कटरा प्रखंड में भी बागमती ने रौद्र रूप धारण कर लिया है।मोतिहारी के सिकरहना अनुमंडल के ढाका में लालबकेया नदी का गुआबारी तटबंध शनिवार की देर शाम ध्वस्त हो गया। बांध ध्वस्त होने से दर्जनों गांव बाढ़ से घिर गए हैं। लोग गांव से पलायन कर ऊंचे जगहों की ओर कूच करने लगे हैं। बाढ़ से क्षेत्र की स्थिति भयावह होती जा रही है।
कुण्डवाचैनपुर व गुरहनवा रेलवे स्टेशन के बीच रेल ट्रैक पर पानी बहने से रेल प्रशासन ने एहतियातन सीतामढ़ी-रक्सौल रेल खंड पर ट्रेनों का परिचालन रोक दिया है। इस कारण कुण्डवाचैनपुर स्टेशन पर रक्सौल-सिकन्दराबाद ट्रेन सुबह 9 बजे से खड़ी है। वहीं रक्सौल में तिलावे नदी का बांध शनिवार सुबह ध्वस्त होने से दर्जनों गांव बाढ़ से घिर गए हैं।
पूर्णिया में नदी महानंदा खतरे के पार पहुंच चुकी है। यहां महानंदा नदी खतरे के पार पहुंच चुकी है। महानंदा 37.6 मीटर की ऊंचाई पर बह रही है। जबकि खतरे का निशान 35.65 मीटर माना गया है।
कोसी और सीमांचल क्षेत्र की सारी नदियां तबाही मचाने लगी हैं। कई गांव जहां जलमग्न हो गये हैं वहीं तमाम सड़कें और डायवर्सन भी टूट गये जिससे आवागमन प्रभावित हो गया है।
इधर, गंडक व कोसी बराज से भी पानी का डिस्चार्ज लगातार बढ़ रहा है। इससे उत्तर बिहार के अधिकतर जिलों में बाढ़ की स्थिति है।
पश्चिम चंपारण में नेपाल व गंडक के जलग्रहण क्षेत्रो में भारी बारिश के बाद गंडक समेत पहाड़ी नदियों में उफान आ गया है। शनिवार को गंडक बराज से 2.13 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गयी है। पिपरा-पिपरासी तटबंध पर भितहा के समीप 32.38 पर गंडक का कटाव शुरू हो गया है। नरकटियागंज-भिखनाठोरी रोड में नुनियवा टोला के समीप सड़क पर 4 फुट पानी बहने के कारण यातायात ठप है। इससे मोतिहारी-शिवहर पथ पर तीन फुट पानी बह रहा है। इस पथ पर शनिवार से आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। सीतामढ़ी में बागमती सहित सभी नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। सुरसंड के एनएच 104 के डायवर्सन पर पानी चढ़ जाने से वाहनों की आवाजाही बंद है।
बागमती के रामपुर कंठ स्थित तटबंध पर पानी का दबाव बढ़ने लगा है। दरभंगा में कमला-बलान नदी में उछाल से घनश्यामपुर प्रखंड के कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं। अररिया शहर में कोसी उफनाने से दर्जनों घरों में पानी घुस गया है। कुर्साकांटा-कुआड़ी पीडब्लूडी सड़क पर बकरा नदी का डेढ़ से दो फीट व सुंदरनाथ धाम से पूरब काउजवे पर तीन से चार फीट पानी बह रहा है। किशनगंज मे प्रमुख नदियां महानंदा, कनकई, बूढ़ी कनकई, रेतुवा, कौल के जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने की वजह से गांवों में नदी का पानी प्रवेश कर गया है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से किया बात
बाढ़ के बिगड़ते हालात को देखते हुए सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बातचीत की है। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से बातचीत के दौरान सीएम नीतीश ने बिहार में बाढ़ की पूरी स्थिति से उन्हें अवगत कराया और एडीआरएफ की 10 टुकड़ियों की बिहार में भेजने की मांग की है। साथ ही बचाव एवं राहत कार्य हेतु वायुसेना के हेलिकॉप्टर की प्रतिनियुक्ति का अनुराेध किया है।प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री काे हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव, प्रधान सचिव आपदा प्रबंधन तथा क्षेत्रीय पदाधिकारियों से संपूर्ण स्थिति के बारे में जायजा लिया है आैर युद्धस्तर पर बचाव एवं राहत कार्य चलाने एवं प्रभावकारी कार्रवाई करने का उन्हें निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने संबंधित जिलों के जनप्रतिनिधियाें से भी बातचीत कर संपूर्ण स्थिति की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव एवं प्रधान सचिव आपदा प्रबंधन विभाग काे सेना की सहायता प्राप्त करने का भी निर्देश दिया। सीएम नीतीश ने राज्य में प्रतिनियुक्त एनडीआरएफ के अतिरिक्त बल काे प्रभावित इलाकाें में तुरंत पहुंचने का निर्देश दिया है। उन्हाेंने बाढ़ में फंसे हुए लोगों काे निकालकर सुरक्षित स्थानाें पर पहुंचाने का निर्देश दिया है। संपूर्ण स्थिति पर मुख्यमंत्री अपनी नजर बनाये हुए है।