800 करोड़ के लागत से बिहार के 374 कि.मी. रोड का होगा कायाकल्प।
राज्य में 374 किलोमीटर सिंगल लेन यानी साढ़े तीन मीटर चौड़ी सड़क को साढ़े पांच मीटर चौड़ा किया जायेगा। नाबार्ड के सहयोग से सड़कों का निर्माण किया जायेगा। उत्तर व दक्षिण बिहार की 29 सड़कों के निर्माण पर लगभग ₹800 करोड़ खर्च होने की संभावना है। पथ निर्माण विभाग के अनुसार अगले ढाई साल में इन सड़कों का निर्माण काम पूरा हो जायेगा।
पुरे राज्य में सड़कों के निर्माण की प्रक्रिया शुरू करने के लिए इसका डीपीआर तैयार कर लिया गया है। पथ निर्माण विभाग अब सड़कों के निर्माण को लेकर अनुमति प्रदान करेगा। इसके बाद टेंडर की प्रक्रिया शुरू होगी।
सूत्रों की माने तो विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष के एक्शन प्लान में 450 किलोमीटर सिंगल लेन को इंटरमीडिएट लेन में बदलने का निर्णय लिया है। (इसका मतलब यह हुआ की साढ़े तीन मीटर चौड़ी सड़क को साढ़े पांच मीटर चौड़ा किया जायेगा)
इन सड़कों का विस्तार होने से 15 जिले के लोगों को आवागमन की सुविधा बढ़ेगी। विभाग ने एक्शन प्लान में उत्तर व दक्षिण बिहार की 29 सड़कों को शामिल किया है।
इसमें 374 किमी सिंगल लेन को नाबार्ड के सहयोग से चौड़ा करने का प्रस्ताव है।
जहाँ दक्षिण बिहार की 16 व उत्तर बिहार की 13 सड़कें शामिल है। दक्षिण बिहार में 204 किलोमीटर व उत्तर बिहार में 170 किलोमीटर सिंगल लेन साढ़े पांच मीटर चौड़ा हो जायेगा।
पथ निर्माण विभाग को पिछले कुछ साल में ग्रामीण कार्य विभाग से यह सड़कें मिली थी। इन सड़कों को साढ़े पांच मीटर चौड़ा करने पर लगभग 800 करोड़ खर्च होंगे।
सड़कों का विस्तार होने से 15 जिलों में आवागमन की सुविधा बढ़ेगी।
भागलपुर में गोराडीह-मोहनपुर व शिवनारायणपुर-रामपुर रोड, भभुआ में बारे-सोनहन रोड, हरिहर मोड़ से जिगनी पुल व भभुआ-जिगनी पुल रोड, सासाराम में निमियाडीह-चितौली, नालंदा में सैबा बेलछी-कतरीसराय रोड, हिलसा-बंशीबिगहा रोड, औरंगाबाद में सिन्हा कॉलेज से रफीगंज रोड व देव बेलसारा-करहारा रोड, जहानाबाद में सकुराबाद-घेनजन रोड, नेहालपुर-शकुराबाद, टेहटा-कुर्था, साहोबिगहा-धमपुर रोड, मखदुमपुर-पायीबिगहा रोड व चंधरिया-घोसी रोड शामिल है।
उत्तर बिहार में अररिया में नासिर चौक-बेलवा दियारी, चंद्रदेई बनगामा-मरियारी रोड, दरभंगा में बठिया-नारायण रोड, जतमलपुर-हथौड़ी रोड, गोपालगंज में कोइनी-गौसिया रोड, खगड़िया में खगड़िया-करूआ मोड़ रोड, मधेपुरा में बैजनाथपुर-गम्हरिया, मुजफ्फरपुर में औरासइ-कटाई रोड, सहरसा में फतेहपुर-बरियाही, बलवाहाट अंधरी सकरी पूर्वी कोसी बांध पर व सोनबरसा-ग्वालपाड़ा रोड, सीतामढ़ी में कुसमारी-खैरवा रोड, सीवान में अफरद-गोरिया कोठी रोड शामिल है।
ग्रामीण कार्य विभाग बरसात से पहले अपनी लंबित योजनाओं को पूरा करेगा।
इस संबंध में विभागीय मंत्री शैलेश कुमार ने निर्देश जारी किया है। सभी अधीक्षण अभियंताओं से उनके यहां लंबित योजनाओं की सूची मांगी गयी है। सड़क के रखरखाव को लेकर भी विभाग गंभीर है।
रखरखाव में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों को डिबार किया जायेगा। विभागीय मंत्री ने अभियंता प्रमुख व मुख्य अभियंताओं के साथ लंबित योजनाओं को लेकर समीक्षा की थी।
बैठक में सभी मुख्य अभियंता से कहा गया कि उनके यहां पीएमजीएसवाइ और एमएमजीएसवाइ की जितनी भी योजनाएं लंबित हैं सभी को बरसात के पहले पूरा कर लें ताकि बरसात में लोगों को दिक्कत नहीं हो। साथ ही जहां पर सड़क के मरम्मत की जरूरत है उसे भी बरसात से पहले पूरा कर लेने को कहा गया। विभाग की मेंटनेंस पॉलिसी के तहत सड़क बनाने वाले ठेकेदार को ही पांच साल तक सड़क का रखरखाव करना है।