सीनियर आईपीएस ने कहा, मुंगेर में पुलिस ने नियमों की धज्जियां उड़ाई, लिपि सिंह को दी नसीहत
मुंगेर कांड को लेकर बिहार पुलिस को आईना दिखाई कर्नाटका के गृह सचिव और सीनियर आईपीएस डी रूपा
सोमवार देर रात बिहार के मुंगेर में दुर्गा विसर्जन सामिल हुए लोगों पर पुलिस द्वारा की गयी बर्बरतापूर्ण करवाई कू लेकर लोगों में काफी आक्रोश है| इसको लेकर मुंगेर की एसपी लिपि सिंह पर कई सवाल उठ रहे हैं| सोशल मिडिया पर चल रहे विडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिस ने जरुरत से ज्यादा बल प्रयोग किया है और आरोप है कि पुलिस ने बिना चेतावनी के ही लोगों पर फायरिंग कर दी|
पुलिस अपने पक्ष में सफाई दे रही है कि उसने सहजता के साथ काम किया और लोगो पर ही हिंसा का आरोप लगाकर अपने करवाई को जायज बता रही है| मगर इसी बीच एक सीनियर आईपीएस ने ही लिपि सिंह के करवाई को अनुचित बता दिया है|
मुंगेर में हुई झड़प का विडियो शेयर करते हुए कर्नाटक सरकार की गृह सचिव डी रूपा ने कहा कि प्रतिमा विसर्जन के दौरान लोगों को काबू करने के लिए पुलिस कार्रवाई में नियमों की धज्जियां उड़ाई गई हैं।
अपने आधिकारिक ट्विटर से डी रूपा ने ट्वीट किया, ‘सीआरपीसी में अनियंत्रित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस के न्यूनतम बल का उपयोग और भीड़ के अवरोध पैदा करने पर फोर्स की उचित संख्याबल निर्धारित है।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘नियम के अनुसार, गोली चलाने से पहले चेतावनी और फिर आंसू गैस छोड़े जाते हैं। दुख की बात है कि मुंगेर में इसका पालन नहीं हुआ।’
अपना बिहार को मुंगेर से काफी लोगों ने विडियो भेजा और वहां हुए पुलिसिया करवाई की जानकारी थी| हमने इस मुद्दे को सोशल मिडिया पर प्रमुखता से उठाया है और मुख्यधारा के मिडिया का ध्यान इस घटना के तरफ खीचा है|
बता दें कि मुंगेर के दीनदयाल चौक के पास सोमवार देर रात प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और लोगों के बीच झड़प हो गई। विडियो में गोलियों की आवाज़ साफ़-साफ़ सुनाई दे रही है और पुलिस निहत्य लोगों को घेरकर बेहरमी से पीटते हुए दिख रही है| इस घटना में अधिकारिक तौर पर एक व्यक्ति की मौत बताई गयी है मगर स्थानीय लोग 4 लोगों के मरने की बात कह रहे हैं|
हालांकि पुलिस ने सफाई में कहा कि असामाजिक तत्वों की ओर से पथराव और फायरिंग की गई, जिसमें कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। इसके बाद पुलिस ने हालात को संभालने के लिए कार्रवाई की। पुलिस अभी भी गोली चलने की बात से इनकार कर रही है|
लोगों का यह भी आरोप है कि लिपि सिंह जदयू संसद आरसीपी सिंह की बेटी है, इसलिए सरकार लिपि सिंह के करतूत पर पर्दा डालने में लगी है|