बिहार में बेकाबू होते जा रहे कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच भारतीय सेना मदद के लिए आगे आयी है। रक्षा मंत्रालय के डिफेंस रिसर्च एंड डेवेलपमेंट ऑरगेनाइजेशन DRDO ने बिहार के मुजफ्फरपुर में 500 बेड का कोविड-19 अस्पताल बनाने का फैसला लिया है।
बताया गया है कि दक्षिण बिहार के लिए पटना व उत्तर बिहार के लिए मुजफ्फरपुर का चयन हुआ है। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि रविवार को दिल्ली से पहुंची डीआरडीओ की टीम ने मुजफ्फरपुर में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ स्थल निरीक्षण के लिए विभिन्न जगहों का दौरा किया।
मुजफ्फरपुर में दिल्ली की तर्ज पर कोविड-19 का 500 बेड वाला आधुनिक अस्पताल बनेगा। ये अस्थायी होगा लेकिन इसमें कोरोना से पीडित मरीजों की इलाज के लिए तमाम आधुनिक सुविधायें होंगी। इस अस्पताल में मुजफ्फरपुर के साथ साथ आस-पास के जिलों के मरीजों को चिकित्सा की सुविधा मिलेगी।
500 बेड की होगी व्यवस्था
बताया गया है कि जैसे ही जगह तय हो जाएगा काम शुरू हो जाएगा। हालांकि ज्यादा संभावना है कि पताही एयरपोर्ट वाली जगह पर सेना की तरफ से एक पखवारे के अंदर अस्पताल बनाया जाएगा।
उम्मीद है कि अगले 15 दिनों में ये अस्पताल चालू हो जायेगा। DRDO का ये अस्पताल आधुनिक सुविधाओं के लैस होगा। अस्पताल के 500 बेड में से 150 बेड वेंटीलेटर से युक्त होंगे। जहां कोरोना संक्रमण से गंभीर रूप से बीमार मरीजों का भी इलाज संभव होगा।
भागलपुर में डाॅक्टर समेत 71 संक्रमित
भागलपुर में 71 नए मरीज मिले। इनमें नारायणपुर पीएचसी के एक डाॅक्टर व दाे हेल्थ कर्मचारी, मायागंज अस्पताल की नर्स भी शामिल हैं। गौरतलब है कि बिहार में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। सूबे में अब तक 38,919 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हो चुकी है। बिहार में कोरोना संक्रमण के कारण 249 लोगों की जान जा चुकी है।