34 हज़ार शिक्षकों के बहाली पर लटकी तलवार, रद्द हुआ एसटीईटी 2019 परीक्षा
बिहार के युवाओं को नीतीश कुमार ने एक और बड़ा झटका दिया है| एसटीईटी 2019 को बिहार बोर्ड ने रद्द कर दिया है| STET परीक्षा के दौरान सहरसा और गया केंद्रों पर गड़बड़ी की शिकायत मिली थी| जिसके बाद एक जांच कमेटी गठित की गयी थी| जांच कमिटी के रिपोर्ट के बाद सरकार ने उस परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया है|
यह फैसला उस समय लिया गया है जब शिक्षा विभाग 34 हज़ार शिक्षकों की बहाली करने की तैयारी कर रहा है| इस फैसले के बाद शिक्षकों के बहाली पर भी संकट के बदल छा गये हैं|
एसटीईटी 2019 राज्य भर में 28 जनवरी को 317 केंद्रों पर ली गयी थी। दो पाली में हुई परीक्षा में दो लाख 47 हजार 241 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इसमें प्रथम पाली में एक लाख 81 हजार 738 और दूसरी पाली में 65 हजार 503 परीक्षार्थी शामिल हुए थे।
परीक्षा के दौरान गया और सहरसा केन्द्रों पर उपद्रव तो हुआ ही था| इसके साथ परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र को मोबाइल के माध्यम से प्रश्न पत्र लीक कर दिए गएँ| प्रश्न पत्र के सवालों को लेकर भी कई प्रश्न उठे थे| इस मामले के जांच के लिए बिहार बोर्ड ने 4 सदस्यीय कमिटी का गठन मुख्य निगरानी पदाधिकारी बिहार बोर्ड के नीलकमल की अध्यक्षता में किया गया था। जाँच कमिटी ने अपने रिपोर्ट में इन सभी आरोपों को सही पाया है| जिसके बाद बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनन्द किशोर ने परीक्षा को रद्द करने का आदेश दिया है| इसके साथ साथ ही बोर्ड ने शिक्षा विभाग को पुन: परीक्षा आयोजित करने के लिए अनुशंसा शिक्षा विभाग को भेजी हैं।
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