बिहार में प्रवासी मजदूरों के लिए चलाई जा रही है मुफ्त अंतर जिला श्रमिक ट्रेन
दूसरे राज्य से बिहार पहुँच रहे प्रवासी मजदूरों को अपने गृह जिलें में पहुँचाने क लिए बिहार सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है| सरकार राज्य में 26 अंतर जिला श्रमिक स्पेशल ट्रेन चला रही है| ये ट्रेने बिल्कुल मुफ्त है| इसके लिए मजदूरों को कोई पैसा नहीं देना होगा| विभिन्न जिलों के बीच ये ट्रेने प्रतिदिन चलती है| रोज लगभग 40 हज़ार प्रवासी मजदूर इससे अपने गृह राज्य के स्टेशन पर पहुँच रहे हैं| वहां से जिला प्रशासन उनको अपने गृह प्रखंड के क्व़ारंटीन सेंटरों में बस से ले जाते हैं|
सरकार की तरफ से बरौनी, बेतिया, बक्सर, दानापुर, जलालपुर, कर्मनाशा, कटिहार, मधुबनी, सीवान और सुपौल स्टेशन से विभिन्न जिलों के लिए ट्रेन चलाई जा रही है|
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दानापुर, जलालपुर और कर्मनाशा स्टेशन से हर दिन 5-5 ट्रेने राज्य के अलग-अलग जिलों के लिए खुलती हैं| वहीं बरौनी से तीन, बेतिया से दो, कटिहार, गया, बक्सर, मधुबनी, सीवान और सुपौल से एक-एक अंतरजिला श्रमिक स्पेशल ट्रेन चल रही है|
राज्य के परिवहन सचिव संजय अग्रवाल के अनुसार इन ट्रेनों से अपने गृह स्टेशन पहुँच रहें मजदूरों को अपने प्रखंड क्व़ारंटीन सेंटर पहुँचाने के लिए 1200 से अधिक मुफ्त बसें चलाई जा रही है| वहीं सरकार ने मजदूरों को पैदल नहीं चलने की अपील की है| उन्होंने बताया की जो मजदूर पैदल बिहार पहुँच रहे हैं वे अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन और बस पड़ाव में जाकर बस पकड़े| इस संबंध में सभी जिला अधिकारी को निर्देश दिया गया है कि मजदूरों को बसों के माध्यम से उन्हें अपने प्रखंड पहुंचाए|
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