COVID-19: संभल जायें, बिहार में 700 के करीब पहुँच कोरोना के मामले, 25 घंटे में 101 नए मरीज
पिछले 25 घंटें में बिहार में 101 नयें मामले रिकॉर्ड किये गएँ हैं
अगर आप अभी तक कोरोना वायरस को गंभीरता से नहीं ले रहे और इसे सिर्फ अमीरों का बीमारी समझ रहे हैं तो संभल जाइये| बिहार में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 700 के करीब पहुँच चुका है|
रविवार रात तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बिहार में 696 पहुँच गयी है| साथ ही इस से एक और व्यक्ति की मौत हो गयी| अब राज्य में इससे मरने वालों की संख्या छह हो गयी है| दूसरे राज्यों से मरीजों के आते ही कोरोना के मामलों में जबरदस्त उछाल आया है| पिछले 25 घंटें में बिहार में 101 नयें मामले रिकॉर्ड किये गएँ हैं| जो कि एक दिन अब तक की सबसे बड़ी संख्या है|
बिहार में अब 38 में से 37 जिलों में संक्रमण फ़ैल चुका है| अब बस जमुई जिला ही इससे बचा हुआ है|
चिंता की बात है कि राज्य में शनिवार को 32 कोरोना के मामले सामने आये हैं और सभी मामले दूसरे राज्य से स्पेशल ट्रेन के जरिये बिहार लौटे मजदूरों की है| मजदूरों का बिहार आने का सिलसिला जारी है| अब तो रेलवे ने 12 मई से ट्रेन चलाने का भी फैसला कर लिया है| जिन 15 रूटों के लिए आज से IRCTC के वेबसाइट पर बुकिंग शुरु होगी उसमें से एक दिल्ली-पटना रूट भी है| इसके साथ खबर है कि बिहार सरकार मजदूरों को प्राइवेट गाड़ी से भी बिहार आने की भी छूट दे सकती है|
कुल मिलकर देखें तो दूसरे राज्य से बिहार आने वालों की संख्या और बढ़ने की ही आशंका है| इसलिए यह महीना बिहार में कोरोना संक्रमण के लिए सबसे महत्वपूर्ण है| छोटी सी लापरवाही मौत का सैलाब भी ला सकती है| बिहार में स्वास्थ व्यवस्था की जर्जर हालत के बारे में आप सबको पता ही है| इसलिए सिर्फ सरकार के भरोसे मत बैठिये| अपना सुरक्षा खुद कीजिये|
वैसे ख़ुशी की बात यह है कि बिहार में कोरोना से ठीक होने की दर अच्छी है| शनिवार को राज्य के 51 लोगों ने कोरोना वको मात दी है। बिहार में अभी तक 54 प्रतिसत मरीज ठीक होकर वापस अपने घर जा चुकें हैं जो कि राष्ट्रीय औसत से काफी ज्यादा है| कोरोना से ठीक होने की राष्ट्रीय औसत मात्र 29% ही है| हालांकि केरल, तेलंगाना और राजस्थान इस मामले में हमसे आगे हैं|