बिहार की फोर्ब्स 30 अंडर 30 संस्था डेक्सटेरिटी ग्लोबल ने 1,000 इंटर्नशिप की घोषणा की
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित एवं फोर्ब्स की सूची में शामिल सामाजिक संगठन डेक्सटेरिटी ग्लोबल ने भारतीय युवाओं के लिए 1,000 इंटर्नशिप की घोषणा की है। सोमवार को डेक्सटेरिटी ग्लोबल के संस्थापक एवं सीईओ शरद विवेक सागर ने एक सार्वजनिक पत्र के माध्यम से यह घोषणा की।
COVID-19 संकट के कारण प्रमुख भारतीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी, इंटर्नशिप और वेतन में कटौती हुई है और नए रोज़गार देने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। अपने 1,000 इंटर्नशिप कार्यक्रम के माध्यम से डेक्सटेरिटी ग्लोबल 1,000 भारतीय युवाओं को इंटर्नशिप के साथ करियर और कौशल निर्माण में प्रशिक्षण प्रदान करेगी। इंटर्नशिप कार्यक्रम सभी विषयों के छात्र-छात्राओं और स्नातकों के लिए खुला है।
ज्ञात हो कि डेक्सटेरिटी ग्लोबल बिहार की एक प्रसिद्ध सामाजिक संस्था है जो शिक्षा के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए विश्व स्तर पर चर्चित एवं सम्मानित है| इसके संस्थापक शरद सागर भी मूल रूप से बिहार के सिवान जिले के जीरादेई ग्राम निवासी हैं|
डेक्सटेरिटी ग्लोबल की स्थापना 2008 में हुई थी और पिछले 12 वर्षों से यह संगठन अपने शैक्षणिक अवसरों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से भारत के किशोरों एवं युवाओं को सेवा और नेतृव्त से जोड़ने का काम कर रही है। अपने शैक्षणिक पटलों के माध्यम से डेक्सटेरिटी भारत के विभिन्न राज्यों में 60 लाख से भी अधिक किशोरों एवं युवाओं को शैक्षणिक अवसरों से जोड़ती एवं प्रशिक्षित करती है। संगठन के छात्र-छात्राओं ने दुनिया भर के शैक्षणिक संस्थानों से कुल 46 करोड़ से अधिक की छात्रवृत्ति हासिल की है।
डेक्सटेरिटी ग्लोबल के सीईओ शरद विवेक सागर द्वारा लिखे गए सार्वजनिक पत्र को पिछले कुछ घंटों में इंटरनेट पर 1 लाख से भी अधिक लोगों ने पढ़ा है और एक हजार के करीब लोगों ने शेयर किया। अपने भावुक पत्र में शरद विवेक सागर लिखते हैं,”यह हमारे देश के इतिहास में पहली पीढ़ी है जो नौकरी के प्रस्ताव या इंटर्नशिप के अवसर के बिना कॉलेज से निकल रही है।”
छात्रों के दर्द एवं पीड़ा को साझा करते हुए सागर ने लिखा, “पिछले कुछ हफ्तों में मैंने देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले युवाओं से लगातार संवाद किया है और ऐसी कई कहानियाँ सामने आई हैं जो दिल को दुःखी करती हैं – इंटरव्यू रद्द हुए हैं, वेतन वृद्धि स्थगित हुई है, किसी की नौकरी गई है तो किसी की इंटर्नशिप।”
भारत के युवाओं के प्रशिक्षण, अनुभव और आत्म-विश्वास में कोई कमी न होने देने का संकल्प लेते हुए शरद सागर ने लिखा कि — “मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व है कि हम अपने युवा नागरिकों को 1000 इंटर्नशिप प्रदान करेंगे। इतना ही नहीं, प्रत्येक इंटर्न को करियर और कौशल निर्माण में भी हम प्रशिक्षित करेंगे।”
2016 में शरद सागर देश और दुनिया की सुर्खियों में थे जब उन्हें तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एकमात्र भारतीय के रूप में वाइट हाउस आमंत्रित किया था। सागर फोर्ब्स पत्रिका के ग्लोबल 30 अंडर 30 सूची में भी आने वाले बिहार से पहले एवं एकमात्र हैं और उन्हें आईआईटी एवं आईआईएम जैसे प्रमुख संस्थानों में नेतृत्व, राष्ट्र-निर्माण एवं प्रबंधन पर व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया जाता है। उनके प्रभावशाली काम के लिए उन्हें संयुक्त राष्ट्र, नोबेल पीस सेण्टर, रॉकफेलर फाउंडेशन, क्वीन एलिज़ाबेथ एवं अन्य वैश्विक संगठनों द्वारा आमंत्रित एवं सम्मानित किया गया है और उनके हिंदी व अंग्रेजी के भाषण करोड़ों लोग सुनते हैं। 2017 में भारत के एक प्रमुख अखबार ने उन्हें “21वीं सदी के विवेकानंद” की उपाधि दी।
अपने सार्वजनिक पत्र में इस फैसले की घोषणा करते हुए शरद सागर लिखते हैं कि — “हमारा लक्ष्य स्पष्ट है – हमारे युवाओं के हाथ में एक अवसर होगा, एक नए अनुभव की तत्परता और तैयारी होगी और जब फॉर्च्यून 500 कंपनियां कुछ महीनों में आएंगी, तो एक फोर्ब्स अंडर 30 संगठन में उनके कार्य अनुभव से उन्हें वैश्विक स्तर पर इंटरव्यू और चयन में मजबूती मिलेगी।
मैं हमारे युवाओं के लिए सोचता रहूँगा, संघर्ष करता रहूँगा, समाधान लाता रहूँगा और यह सुनिश्चित करूंगा कि ना उनके सीवी पर कोई ब्रेक लगे और न ही उनके करियर पर।”
डेक्सटेरिटी ग्लोबल द्वारा स्थापित सभी 1,000 इंटर्नशिप डिजिटल होंगे। आवेदन चार विभागों में किए जा सकते हैं – अनुसंधान, संचार, प्रबंधन एवं डिजाइन। घोषणा के 24 घंटे के भीतर ही 749 से अधिक युवाओं ने अपने आवेदन शुरू कर दिए हैं और 19 राज्यों एवं 69 जिलों से 104 आवेदन भरे भी जा चुके हैं। इंटर्नशिप के लिए आवेदन करने के लिये क्लिक करें|