Bihar Budget 2020: नीतीश सरकार ने पेश किया देश का पहला ग्रीन बजट, जानिए क्या है खास?
बजट में शिक्षा के लिए सबसे अधिक करीब 36 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया
बिहार के उपमुख्यमंत्री तथा वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने मंगलवार को विधानसभा में 2020-21 के लिए 19,172 करोड़ रुपये राजस्व अधिशेष (Revenue Surplus) का बजट पेश किया| बिहार सरकार ने इस बजट को ग्रीन बजट (Green Budget) बताया है साथ ही ये भी कहा गया है कि ये देश का पहला ग्रीन बजट है| वित्त मंत्री सुशील मोदी 13वीं बार बजट पेश किया है|
सुशील मोदी ने सदन में कहा कि केंद्रीय करों में राज्य की हिस्सेदारी बढी है साथ ही आर्थिक मंदी के बावजूद भी बिहार ने 15 फीसदी की दर से विकास किया है|
मोदी ने सदन में 2.11 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश करते हुए कहा कि वर्ष 2005-06 में राज्य का बजट मात्र 22 हजार 568 करोड़ का था लेकिन धीरे-धीरे बेहतर हुए वित्तीय प्रबंधन और सुधार के उपायों के चलते बजट की राशि साल दर साल बढ़ती गई. वित्तीय वर्ष 2019-20 में बजट का आकार दो लाख 501 करोड़ तक पहुंच गया जाहिर है, पिछले 14 सालों में इसमें लगभग दस गुना वृद्धि हुई है|
उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 का बजट (Bihar Budget 2020) अनुमान 2 लाख 11 हजार 761 करोड़ है| बजट में शिक्षा के लिए सबसे अधिक करीब 36 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है| इसके साथ ही जल जीवन हरियाली पर भी सरकार ने ध्यान दिया है|
जानिए बिहार के बजट में क्या है खास
– 2 लाख 11 हज़ार 761 करोड़ बजट का आकार
– 31 मार्च तक हर घर नल जल योजना पूरी होगी
– 1 लाख 36 हजार किसानों को सस्ती बिजली
– 8074 चेक डैम बनाए जाएंगे
– स्वास्थ्य पर 1937 करोड़ रुपये होंगे खर्च
– 2020-21 में शिक्षा पर 35 हजार करोड़ खर्च
– ये देश का पहला ग्रीन बजट है
– स्वास्थ्य पर 1937 करोड़ रुपये होंगे खर्च
– 12 जिलों में जैविक खेती की योजना।
ऊर्जा विभाग
वर्ष 2021-22 तक ग्रिड सब-स्टेशनों की कुल संख्या बढ़कर 169 तथा
संचरण लाइन की कुल लम्बाई 20,324 सर्किट किलोमीटर हो जायेंगे।
शिक्षा विभाग
· 20 करोड़ रुपये के व्यय से ‘‘तालिम नौ बालगान’’ की शुरूआत की जायेगी।
विज्ञान एवं प्रावधिकी विभाग
· 10 अभियंत्रण महाविद्यालयों के परिसर में 336.00 करोड़ की लागत से 12 ब्यॉज एवं 9 गर्ल्स छात्रावासों तथा 12 राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थानों के परिसर में 520.14 करोड़ की लागत से
18 ब्यॉज व 16 गर्ल्स छात्रावासों का निर्माण कराया जायेगा।
स्वास्थ्य विभाग
· इन्दिरा गाँधी आयुर्वि ज्ञान संस्थान, शेखपुरा, पटना को सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल के रूप में विकसित करने के लिण् कुल शैय्याओं की वर्तमान संख्या 1,032 से बढ़ाकर 2,732 की जायेगी।
500 शैय्या के निर्माणाधीन अस्पताल के अतिरिक्त 513.21 करोड़ रू॰ की लागत से 1,200 बेड के नये अस्पताल भवन का निर्माण किया जायेगा।
· लगभग 172.95 करोड़ रुपये की लागत से 9 जिला अस्पतालों यथा-आरा, अररिया, वैशाली, औरंगाबाद, बांका, पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, मधुबनी एवं सहरसा का मॉडल अस्पताल के रूप में उन्नयन किया जायेगा।
वर्ष 2020-21 में 12 जिला अस्पतालों -बेगूसराय, भागलपुर, गया, गोपालगंज, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, नालन्दा, पटना, रोहतास, समस्तीपुर एवं सिवान का भी उन्नयन किया जाएगा।