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पप्पू यादव बिहार के राजनीति के सबसे बड़े ‘रोबिन हुड’ हैं

बिहार के राजनीति में पप्पू यादव 90 के दशक से ही चर्चित रहे हैं| समय के साथ राजनीति बदला और नेता बदलें, उसके साथ पप्पू यादव का राजनितिक किरदार भी बदला और अब उनका पहचान भी बदल चुका है| कभी बिहार के सबसे बड़े बाहुबली नेता के रूप में प्रसिद्ध पप्पू यादव, अब बिहार के सबसे सक्रिय जमीनी नेता के रूप में पहचान बना रहे हैं|

1975 के बाढ़ के बाद बिहार की राजधानी पटना जल जमाव की सबसे बड़ी त्रासदी को झेल रहा है| पांच दिनों के लगातार बारिश ने पटना को पेरिस जैसा स्मार्ट सिटी बनाने के खोखले वादे और शहर के ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल दी| पटना बारिस के पानी से डूब गया, पटना के लोग खाना-पानी के लिए भी तरशने लगें| स्थिति का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के घर में भी पानी घुस गया और एनडीआरएफ की टीम ने उनको हाफ पेंट में रेस्क्यू किया| कई लोगों की जान जा चुकी है| बारिश रूक जाने के कई दिनों के बाद भी शहर के कई इलाकों में पानी जमा हुआ है और लोग फसे हुए हैं| जिसमें गोला रोड, नेपाली नगर, राजीवनगर, दीघा, भागवत नगर, राजेंद्र नगर समेत कई इलाकों की हालत सबसे ख़राब है|

इस आपदा के घड़ी में बिहार सरकार पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है| पटना के स्थानीय सांसद और विधायकों को लोग खोज रहे हैं| जब पटना के लोगों का सरकार और नेताओं से पूरा विश्वास उठ चुका है, उस समय मधेपुरा के पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव पटना के लोगों के लिए तारणहार बनकर उभरे हैं|

पप्पू यादव अपने कार्यकर्ता के साथ लगातार पटना में बने हुए है और लोगों को हर संभव मदद कर रहे हैं| पानी में फसे लोगों को निकाल रहे हैं| भूख-प्यास से तड़प रहे लोगों तक भोजन, पानी और दूध पहुंचा रहें हैं| उनके काम से प्रभावित होकर लोग मुख्यमंत्री राहत कोष के जगह पप्पू यादव को पैसा भेज रहें हैं ताकि सही तरह से लोगों तक राहत पहुँचाया जा सकें|

सुशील मोदी के मोहल्ले में मदद लेकर पहुंचे पप्‍पू यादव, लिपट कर रोने लगे लोग

यही नहीं, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को राजेंद्र नगर रोड नंबर-6 स्थित जिस आवास से रेस्क्यू किया गया वहां अभी भी पानी लगा हुआ है| उपमुख्यमंत्री तो वहां से निकल गयें मगर अभी भी वहां काफी लोग फसें हैं| पप्पू यादव जब उस मोहल्ले में मदद लेकर पहुंचें, एक आदमी उनसे लिपट कर रोने लगा|

इसपर पप्पू यादव ने कहा कि सुशील मोदी जी अपने पड़ोसियों को परेशानी में छोड़ कर मदद किये बिना निकल भागे| आज बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के आवास, उनकी गली में उनके पड़ोसियों के लिए खाना-पानी और दूध लेकर हाजिर हो गया| मकसद सिर्फ सेवा है|

गौरतलब है कि इससे पहले भी कई मौके पर पप्पू यादव जरूरत पड़ने पर सबसे पहले लोगों के मदद के लिए आते रहें हैं| सांसद रहते हुए उनका दिल्ली आवास बिहार के लोगों के लिए आश्रम रूप में प्रसिद्ध था| सड़क से सांसद तक बिहार के मुद्दों को उठाने वालें नेता के रूप में सबसे सक्रिय हैं| चुनाव हार जाने के बाद भी वो बिहार में विपक्ष का एक प्रभावशाली आवाज़ बने हुए हैं तो दुसरे तरफ आपदा के समय बेसहारें लोगों का सहारा बनें हुए हैं|

पप्पू यादव का इतिहास जो भी हो मगर उनका वर्तमान पहचान लोगों को पसंद आ रहा है| वे राजनीति को फिर से परिभाषित कर रहे हैं| वो चुनाव जरुर हारे हुए हैं मगर वो लोगों का दिल जीत रहें हैं और लोगों के नेता बने हुए हैं| नेता बनने के लिए सिर्फ चुनाव जितना जरुरी नहीं है| पप्पू यादव उसका एक उदाहरण हैं|

 

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