शराब के बाद बिहार में पान मसाले के भी उत्पादन और बिक्री पर लगा प्रतिबंध
बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने राज्य में शराबबंदी के बाद अब एक और बड़ा फैसला लिया है। बिहार सरकार ने राज्य में पान मसाले के उत्पादन और बिक्री पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है। प्रदेश सरकार के खाद्य संरक्षा आयुक्त की ओर से बिहार में बिकने वाले कई ब्रांडों के पान मसाले की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है।
बिहार की प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को इस संबंध में आदेश जारी करते हुए कहा है कि प्रदेश में किसी भी प्रकार के पान मसाने के उत्पादन, संरक्षण और बिक्री पर पूरी तरह से बैन लगाने का आदेश जारी किया है। सरकार ने इस आदेश से पूर्व जून से अगस्त के बीच तमाम ब्रांड्स के पान मसालों का सैंपल इकट्ठा कर इनकी जांच कराई थी।
विगत 05 जुलाई 2019 को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आहूत उच्चस्तरीय बैठक में दिए गए निर्देश के आलोक में खाद्य संरक्षा आयुक्त ने राज्य के विभिन्न ब्रांड के पान मसाला पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध विभिन्न जिलों से प्राप्त पान मसाला के नमूनों के जांच में मैग्निशियम कार्बोनेट की मात्रा पाए जाने के कारण लगाई गई है।
विदित हो कि मैग्निशियम कार्बोनेट से हृदय संबंधित बीमारियों सहित विभिन्न प्रकार की परेशानियां होती हैं। पान मसाला के लिए फूड सेफ्टी एक्ट 2006 में दिए गए मानक के मुताबिक मैग्नीशियम कार्बोनेट मिलाया जाना प्रतिबंधित है। अतः जन स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह प्रतिबंध फिलहाल एक वर्ष के लिए लगाया गया है।
कुछ अन्य उत्पादों का नमूना जांच के लिए भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट आने पर उन पर भी करवाई की जाएगी। इस तरह, पान मसाला पर प्रतिबंध लगाने वाला बिहार देश में दूसरा राज्य बन गया है।
इन कंपनियों के पान मसाला को किया गया है बिहार में प्रतिबंधित
बिहार के विभिन्न जिलों में रजनीगंधा पान मसाला, राजनिवास पान मसाला, सुप्रीम पान पराग मसाला, पान पराग, बहार पान मसाला, बाहुबली पान मसाला, राजनिवास फ्लेवर पान मसाला, राजश्री पान मसाला, रौनक पान मसाला, सिग्नेचर फाइनेस्ट पान मसाला, पान पराग पान मसाला, कमला पसंद पान मसाला, मधु पान मसाला, बाहुबली पान मसाला को प्रतिबंधित कर दिया गया है।