गुजरात में 48 आईएएस और 32 आईपीएस बिहार-यूपी से हैं, फिर भी हो रहा बिहारियों पर हमला
एक रेप के आरोपी के नाम पर पुरे बिहार और बिहारियों को बदनाम किया जा रहा है| गुजरात में गरीब बिहारी मजदूरों को धमकी दिया जा रहा है और उन पर हमला किया जा रहा है| मगर यह जानकार आपको हैरानी होगी कि जिस गुजरात राज्य में बिहार-यूपी के लोगों पर हमला किया जा रहा है उस प्रदेश में कानून व्यवस्था और प्रशासन की बागडोर संभालने वाले 40 फीसदी आईएएस-आईपीएस भी इन्हीं दोनों राज्यों से हैं।
समूचे गुजरात में इस वक्त तैनात 40 आईएएस व आईपीएस अधिकारी उत्तर प्रदेश और बिहार के हैं। गुजरात पुलिस के मौजूदा महानिदेशक यानी डीजीपी शिवानंद झा और गुजरात सरकार के मुख्य सचिव जेएन सिंह, दोनों ही बिहार से आते हैं। राज्य के कुल 243 आईएएस अधिकारियों में से 48 यूपी और बिहार के लोग हैं। जबकि प्रदेश में मौजूद 167 आईपीएस अफसरों में से 32 यूपी-बिहार से हैं। यानी प्रदेश की कानून व्यवस्था और प्रशासनिक बागडोर संभालने वाले लोग भी उन्हीं राज्यों से हैं, जिनके लोग आज पलायन को मजबूर हैं।
इस घटना पर गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि वे गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले की निंदा करते हैं| हार्दिक पटेल ने ट्वीट किया, ”गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले की में निंदा करता हूँ।अपराधी को कठोर सजा मिले,इसके लिए पूरा देश उस पीड़ित परिवार के साथ खड़ा हैं।लेकिन एक अपराधी के कारण हम पूरे प्रदेश को ग़लत नहीं ठहरा सकते,आज गुजरात में 48 IAS एवं 32 IPS उ॰प्र और बिहार से हैं।हम सब एक हैं।जय हिंद|”
अपने एक दूसरे ट्वीट में हार्दिक पटेल ने कहा, ”गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले में देश के प्रधानमंत्री कब बोलेंगे, नरेन्द्रभाई मोदी ने कहा था की बिहार और उत्तरप्रदेश से तो मेरा पुराना रिश्ता है| गुजरात की सभी श्रम फैक्ट्री में उत्तर भारतीय लोग काम करते हैं| आज सभी फैक्ट्री बंद हैं| उत्तर भारत का महत्व कितना है आज समझ आया|”