नेपाल एक अलग स्वतंत्र देश है मगर भारत-नेपाल के अच्छे रिश्ते के कारण दोनों देश के बीच का बॉर्डर बीएस नाम मात्र का लगता है| नेपाल का रिश्ता खासकर बिहार राज्य से काफी गहरा है| बिहार से नेपाल का रिश्ता बेटी-रोटी का है| अब यह रिश्ता और मजबूत होने जा रहा है|
बिहार सरकार बोधगया से काठमांडू वाया पटना होते हुए विशेष बस सेवा शुरू करने जा रही है। विदेश मंत्रालय ने पीपीपी मोड पर बिहार व नेपाल के बीच बस सेवा शुरू करने की अनुमति दे दी है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 11 सितंबर को पटना व नेपाल के बीच बस सेवा का शुभारंभ करेंगे।
सभी बसों को परमिट मिल गई है। चार बसें पटना व जनकपुर और चार बसें बोधगया व काठमांडू के बीच चलेंगी। एक बस में करीब 44 एसी सीटें होंगी। पटना-जनकपुर की बसें पटना, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी भीठा मोड़ होते हुए जनकपुर जाएंगी। वहीं बोधगया-काठमांडू की बसें गया, पटना, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, रक्सौल, वीरगंज होते काठमांडू जाएंगी। बोधगया से काठमांडू का किराया करीब 1250 रुपए, पटना से जनकपुर का किराया 275 रुपए और पटना से काठमांडू का किराया 1015 रुपए है।
अब तक बिहार से नहीं थी अंतरराष्ट्रीय बस, बस में ये होंगीं सुविधाएं
बीएसआरटीसी के अधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि अब तक बिहार से कोई अंतरराष्ट्रीय बस नहीं थी| काफी समय से यात्रियों द्वारा मांग की जा रही थी| इसी को ध्यान में रखते हुए भारत और नेपाल के बीच अंतरराष्ट्रीय समझौता हुआ| उन्होंने बताया कि बसें एक महीने से भीतर शुरू हो जाएगी| बता दें कि 8 मई, 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि जल्द ही नेपाल के लिए नई बस सेवायें भी शुरू की जाएंगीं| बीएसआरटीसी की 2015 मॉडल की ये बसें पूरी तरह से लग्जरी होंगीं| सीटें आरामदायक होंगीं, जिन पर यात्री बैठ और लेट भी सकते हैं| सीट बेल्ट होगी| हाथ रखने के लिए सीट के दोनों तरफ ‘आर्मसेट्स’ होंगे| पैर फैलाने के लिए आगे पर्याप्त जगह होगी| बेहद आरामदायक सीट होगी. वाई-फाई, डिजिटल ऑडियो-वीडियो डीवीडी प्लेयर, एलसीडी स्क्रीन, मोबाइल लैपटॉप चार्जर पॉइंट हर सीट पर होगा| मैगजींस भी यात्रियों के पढ़ने के लिए होंगीं|