गयाजी में आज से त्रिपाक्षिक श्रार्द्ध के साथ शुरू होगा कर्मकांड
15 दिनों तक चलने वाले पितृपक्ष मेला महासंगम-17 का उद्घाटन मंगलवार को गया स्थित विष्णुपद मंदिर प्रांगण में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी करेंगे। उद्घाटन के मौके पर शिक्षा एवं विधि विभाग मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा, कृषि मंत्री प्रेम कुमार एवं पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।
एक पखवारे तक चलने वाले राजकीय मेले में देश-विदेश से आने वाले पिंडदानियों के स्वागत को मोक्षधाम सज-धज कर तैयार है।
पूर्वजों को मोक्ष दिलाने के लिए पिंडदानियों का आना शुरू हो गया है। सोमवार की देर रात तक करीब 15 हजार पिंडदानी यहां पहुंच चुके हैं। ये पिंडदानी भाद्रपद्र चतुदर्शी यानी मंगलवार से त्रिपाक्षिक कर्मकांड शुरू करेंगे। पिंडदानी पटना जिले के पुनपुन नदी के घाट से स्नान कर पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए 17 दिनों वाले कर्मकांड की शुरुआत करेंगे। जो तीर्थयात्री पुनपुन घाट नहीं जा पाएंगे व गया शहर के गोदावरी तालाब से पिंडदान कर 21 कुलों का उद्धार करेंगे।
लगातार सत्रह दिनों तक पंचकोस के विभिन्न वेदियों पर पिंडदान करते-करते आश्विन शुक्लपक्ष प्रतिपदा यानी 20 सितंबर को कर्मकांड का समापन करेंगे। इसके अलावा मुख्य रूप से एक दिन, तीन, पांच और सात दिनों तक गयाश्राद्ध करने वाले पिंडदानियों का आना बुधवार से शुरू हो जाएगा।
कल फल्गु व गुरुवार को प्रेतशिला उमड़ेगा पिंडदानियों का सैलाब पूर्णिमा बुधवार को दिन फल्गु और देवघाट पर पिंडदान को तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ होगी। अहले सुबह से तीर्थयात्रियों का जत्था मोक्षदायिनी पहुंचेगा। इस बार पानी होने के कारण पिंडदानियों को स्नान व तर्पण करने में काफी सुविधा होगी।
विष्णुपद मंदिर में भी भीड़ होगी। प्रतिपदा यानी गुरुवार को शहर से सात किलोमीटर दूर स्थित प्रेतशिला में पिंडदानियों का जत्था जुटेगा। प्रेतशिला वेदी के अलावा इसी दिन ब्रह्मकुंड, रामकुंड व रामशिला वेदी पर पिंडदान होगा। इसके अलावा अलग-अलग तिथियों में गया पंचकोस की विभिन्न पिंडवेदियों पर कर्मकांड के लिए पिंडदानी जाएंगे। अंतिम दिन 20 सितंबर को गायत्री घाट पर नाना-नानी के लिए कर्मकांड के साथ गयाश्राद्ध संपन्न होगा।
पिंडदानियों के आगवानी को गयापाल भी तैयार गयाधाम के पंडे पिंडदानियों के स्वागत को तैयार हैं। उनके आवासन स्थलों पर 17 दिनी कर्मकांड करने वाले पिंडदानियों का आना शुरू हो गया। पितृपक्ष पखवारे में उनके यहां से पिंडदानियों की आवाजाही का अंतिम दिन तक जारी रहेगा।
श्री विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति के सचिव गजाधर लाल पाठक व सदस्य महेश लाल गुपुत ने कहा कि त्रिपाक्षिक गयाश्राद्ध करने वाले सोमवार को दिन आए। रात से लेकर अहले सुबह तक आना जारी रहा। विष्णुनगरी में करीब 15 हजार पिंडदानी आ चुके हैं। मंगलवार को पुनपुन घाट से गयाश्राद्ध की शुरुआत करेंगे। गयापाल अमरनाथ मेहरवार ने कहा कि सोमवार को उनके यहां 40 तीर्थयात्री शाम तक ही आ गए हैं। देर रात व सुबह तक पिंडदानियों का आना जारी रहा।
शहर के आठ स्थानों पर वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इसमें सिकड़िया मोड़ बस स्टैंड, चंदौती, बाजार समिति, केंदूई सूर्य मंदिर, गया कॉलेज खेल परिसर, प्रेतशिला, आईटीआई, संक्रमक अस्पताल एवं पंचायती अखाड़ा रेलवे पुल के पास जगह निर्धारित है।