केबीसी सीजन 5 के विजेता ने TET परीक्षा में 100 अंक हासिल कर फिर जीता बिहारवासियों का दिल
पटना(गुंजन कुमार): कौन बनेगा करोड़पति की हाट सीट पर महानायक अमिताभ बच्चन से पांच करोड़ की राशि जीतनेवाले पूर्वी चंपारण के मोतिहारी निवासी सुशील कुमार ने एक बार फिर अपने जीवन में नया प्रयोग किया है और उसमें सफल हुए हैं। इस बार इन्होंने समाज को यह बताने की कोशिश की है कि एक करोड़पति इंसान भी शिक्षक बन सकता है। वह भी आम परीक्षा में शामिल होकर आगे जा सकता है। सुशील ने इस बार बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफलता पाई है। गुरुवार की रात इन्होंने अपने फ़ेसबुक अकाउंट पर अपना अंक प्रमाण-पत्र साझा करते हुए कहा है कि – पत्नी के कहने पर बीटीइटी परीक्षा में शामिल हुआ था। नौकरी करने के बारे में अभी सोचा नहीं है। सुशील के इस पोस्ट पर लगातार उनके चाहनेवाले बधाई दे रहे हैं। सुशील को कुल 140 में से 100 नंबर मिले हैं।
2011 में अमिताभ बच्चन का दिल जित बनाया था अपनी पहचान
मोतिहारी शहर के हनुमानगढ़ी निवासी सुशील ने 2011 में अपनी पहचान कौन बनेगा करोड़पति से हीरो के तौर पर पांच करोड़ रूपये जीतकर बनाई थी। हनुमानगढ़ी निवासी अमरनाथ व रेणु देवी के इस पुत्र ने अपने करियर में काफी उतार चढ़ाव देखे। 2007 में पढ़ते हुए इन्होंने मनरेगा में कम्प्यूटर आपरेटर के तौर पर नौकरी की और पश्चिमी चंपारण के चनपटिया प्रखंड में काम किया। लेकिन, किस्मत ने साथ दिया और 2011 में इनके सपनों को पंख लगे और कौन बनेगा करोड़पति के विजेता बने। करोड़ों रुपये जीतने के बाद भी सुशील के व्यवहार में परिवर्तन नहीं आया। इन्होंने गरीबों की बस्ती के बच्चों को शिक्षित बनाने की दिशा में काम करना शुरू किया है और कोटवा प्रखंड की मच्छरगावा के सौ बच्चों को गोद लेकर शिक्षित कर रहे हैं। इस बीच इनके बीटीइटी परीक्षा में पास होने की सूचना जैसे ही फेसबुक पर साझा हुई लोगों के बीच अटकलों का बाजार तेज हो गया।
नहीं रखी शिक्षक बनने की बाबत अंतिम राय
केबीसी विजेता सुशील ने अभी शिक्षक बनने की बाबत अपनी अंतिम राय नहीं रखी है। इस बारे में उनसे संपर्क किया गया तो उनका फोन स्विच आफ मिला। हालांकि फेसबुक पर उन्होंने यह जरूर कहा है कि परीक्षा पास कर गए हैं। नौकरी के बारे में अभी नहीं सोचा है। हाल में न्यूज़ एजेंसी को दिए एक इंटरव्यू में सुशील ने कहा था कि मनोविज्ञान से पीएचडी कर रहे हैं। ऊर्दू सीख रहे हैं। सितार बजाना सीख रहे हैं आगे पढ़ने की चाह है। पढ़ाई पूरी करने के बाद आगे की सोचेंगे। किसी कालेज में शिक्षण कार्य करेंगे। फिलहाल दिल्ली में एक मित्र के साथ व्यवसाय कर रहे हैं।