बिहार के जाबाज अफसर विकास वैभव से इन दिनों भागलपुर और मुंगेर के अपराधियों में है खौफ

अपने कर्तव्य के प्रति समर्पित और जन सरोकार के साथ सार्थक पुलिसिंग के लिए मशहूर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव इन दिनों भागलपुर रेंज और मुंगेर रेंज के डीआईजी हैं। विकास वैभव ने भागलपुर और मुंगेर में अपनी एकांतिक कार्यशैली से यह जता दिया है कि अपराधियों के लिए उस रेंज में कोई जगह नहीं, वहीं आम लोगों के लिए पुलिस 24 घंटे मुस्तैद है। विकास वैभव इतिहास प्रेमी भी हैं।

जनता दरबार में आईपीएस विकास वैभव

डीआईजी के रूप में भी वे जनता का अधिकारी बने हुए दिखते हैं परिणाम फरियादियों की सबसे अधिक संख्या उनके पास है। लोगो का भरोसा, त्वरित कार्रवाई का और त्वरित करवाई भी होता है। फरियादियों के लिए विकास वैभव का दरवाजा सदैव खुला है।

विकास वैभव प्रत्येक शनिवार को भागलपुर और प्रत्येक मंगलवार को मुंगेर में आम लोगों से मुलाकात के लिए उपलब्ध रहते है। आपात स्थिति में उनसे कभी भी संपर्क किया जा सकता है। जरूरी हो तो मुंगेर के लोग भागलपुर में और भागलपुर के लोग मुंगेर में मिल सकते हैं।

लापरवाह अधिकारी जान गए हैं कि अब बचेंगे नहीं। विकास वैभव की सबसे बड़ी खूबी यह है कि उनके प्रभार क्षेत्र में कोई थाना प्राथमिकी दर्ज करने से इंकार नहीं कर सकता। जिस थानेदार ने इंकार किया, वह तुरंत नप गया। तो इसलिए हैं वैभव जनता के अधिकारी डीआईजी के पद पर प्रोन्नत किए जाने के बाद विकास वैभव को पहली पोस्टिंग भागलपुर में मिली साथ ही कुछ माह बाद मुंगेर का अतिरिक्त प्रभार भी। आम तौर पर डीआईजी आम जनता से मुखातिब नहीं होते हैं। पर, विकास वैभव तो रोज लोगों की न सिर्फ सुनते हैं, बल्कि आॅनस्पॉट समाधान भी निकालते हैं।

 

विकास वैभव को स्मार्ट पुलिसिंग के अलावा भारत की ऐतिहासिक विरासत, संस्कृति और प्राचीन कालीन पौराणिक इतिहास के धरोहरों पर शोध करने के लिए भी जाना जाता है। उनके साइलेंट पेजेज ऑफ इंडिया ब्लॉग को लाखों लोग अबतक पढ़ चुके हैं। सार्थक और सरोकारी पुलिसिंग के लिए पहले भी किये गये उनके प्रयोग भी काफी सफल रहे हैं। वही पुलिस महकमें में उनकी कार्यशैली को लेकर काफी चर्चा हो रही है।

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