एक तरफ सरकार राजनीति में व्यस्त है तो दूसरी तरफ छात्र संस्थाएँ राहत में जुटें हैं
पूरा उत्तर बिहार बाढ़ आपदा से ग्रसित है, सैकड़ों लोग मर-खप गए हैं, लाखों लोग भूखें हैं, लाखों बेघर हो गए हैं और करोड़ों प्रभावित हैं। सड़क-तटबंध-घर टूटा चूका है, स्कूल-अस्पताल बन्द हैं, बीमारी फैल रही है, लोग आशा से राहत का इंतजार कर रहे हैं।
राज्य सरकार अपने मौजूदा जदयू-बीजेपी-राजद के राजनीतिक उठा-पटक में व्यस्त है वहीं कुछ युवाओं की संस्था इस कठिन समय में आपसी स्वन्मय और चंदा करके गांव-गांव राहत लेकर पहुचनें की कोशिश कर रहें हैं। दरभंगा, मधुबनी, सहरसा और सीतामढी जिलों में मिथिला स्टूडेंट यूनियन (MSU) नाम की एक छात्र संस्था के कार्यकर्ता छाती भर पानी में तैर के या नाव से, ये लोग प्रभावित गांवों तक पहुंच रहे हैं और पीड़ितों में राहत सामग्री बांट रहे हैं।
इन्होंने पब्लिक से पारदर्शी तरीके से चंदा जमा किया है, चार जगह अपने पैरेंट कैम्प स्थापित किया है जहां ये खाना बनवाते हैं फिर उसे पैक करवाके अलग-अलग प्रखंडों में अपने राहत कैम्पों तक पहुंचाते हैं। ये कार्यकर्ता खुद को सेनानी कहते हैं। मौजूदा जिलों में ये अभी सैकड़ों की संख्या में जमीन पर राहत कार्यों में लगे हैं। प्रवासी लोग इन लोगों के खुल के समर्थन में आए हैं, बाहर रहने वाले इस संस्था के सदस्य लोगों से चंदा लेके भेज रहे हैं।
पीला टीशर्ट पहन के ये छात्र आज इन जिलों में लोगों की उम्मीद बनके उभरे हैं। अब अन्य प्रभावित जिलों में भी ये फैलने की कोशिश कर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने भी इन्हें भोजन, पैसा, कपड़ा, दूध, दवाई, पानी और बांकी जरूरी सामान उपलब्ध करवाया है जिसे ये बाढ़ में तमाम दिक्कत झेल के भी लोगों तक पहुंचा रहे हैं।
अन्य कई संस्थाएँ और युवा भी अपने स्तर पर हर कोशिश कर रहें हैं| राहत पहुंचाने का पर सोशल मीडिया में मिथिला स्टूडेंट यूनियन के द्वारा किए गए कामों के कारण #MSUwithU ट्रेंड कर रहा है।
इसके अलावा भी कई लोग और कई संस्थाएं लोगो की मदद कर रहें हैं और राहत पहुचने का काम कर रहे हैं| अपना बिहार इन सभी लोगो के काम की प्रसंशा करता है |