इस बिहारी पुलिस ऑफिसर के सोशल साइट पर लाखों फैन, धरोहर को भी सहेज रहे है
बिहार के पॉपुलर पुलिस ऑफिसर विकास वैभव बाहुबली नेता अनंत सिंह को गिरफ्तार कर सुर्खियों में आए थे। विकास वैभव अभी भागलपुर में डीआईजी है। पहले पटना में एसएसपी रहे। NIA में भी रह चुके हैं। बोधगया और पटना के गांधी मैदान के सीरियल बम ब्लास्ट के पीछे की हर साजिश को बेपर्द विकास वैभव ने ही किया था। इंडियन मुजाहिद्दीन के स्लीपर सेल को भी तहस-नहस किया। नेपाल तक ऑपेरशन को अंजाम दिया।
वही फेसबुक पेज पर एक लाख से अधिक फॉलोअर्स के साथ वे बिहार के सबसे पॉपुलर पुलिस ऑफिसर बन चुके हैं। यह पेज कुछ माह पहले ही बना था। विकास वैभव फेसबुक पर औसतन 22 मिनट में जरुरी बातों को रिस्पांस दे देते हैं। क्राइम डिटेक्शन में भी विकास वैभव को सोशल मीडिया के टूल का बेहतर प्रयोग करने वाला ऑफिसर माना जाता है। पटना के लोगों को याद है जब बाकरगंज में सुबह-सुबह एक हत्या हुई, जिसके कारण बड़ा कोहराम मचा। सीसीटीवी से कातिलों के बारे में लीड्स जरुर मिला,पर आगे कई दिनों तक और कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था। तब बतौर एसएसपी विकास वैभव ने कातिलों को तलाशने का महाअभियान फेसबुक पर चलाया। परिणाम,सबों की पहचान पुख्ता हुई और मोबाइल फेंक स्वयं को सेफ मान चुके कातिल विकास वैभव की टीमों के हत्थे कई दूर प्रदेशों में चढ़े।
इन सब से हटकर एक बात यह भी है कि विकास वैभव को इतिहास में काफी दिलचस्पी है। ऐतिहासिक विरासत को सहेजने और संवारने में भी ये जुटे हुए हैं। जब भी इन्हें मौका मिला है, ये निकल पड़ते हैं इतिहास के विस्मृत पृष्ठों के बारे में उभरते हुए नए तथ्यों तथा खोजों के बारे मे भी जागृति पैदा करने। विकास वैभव इतिहास के जानकारी से जुड़ी “साइलेंट पेजेज” नाम से ब्लॉग और फेसबुक पेज भी बनाये है।
विकास वैभव का कहना है कि जब मैंने विद्यार्थी जीवन में इतिहास पढ़ना प्रारम्भ किया तभी से मुझे ऐसा लगता था की कहीं न कहीं लोगों की समझ में कुछ कमी है और शायद मैं कुछ नए रहस्योद्घाटन करने में अपनी भूमिका निभा सकता हूँ। जब इतिहास के पृष्ठों में मैं और गहनता से प्रविष्ट होता गया तो मैंने पाया की आज के सन्दर्भ में इतिहास का हमारा ज्ञान जो लगभग अंग्रेजों के भारत आगमन के पश्चात करीब पिछले २०० वर्षों के दौरान किये गए अध्ध्यनों तथा शोधों पर आधारित है, वह अभी भी पूर्णतः परिपक्व नहीं है और नित प्रतिदिन हो रही नयी खोजों से नए आयाम प्राप्त कर रही है। इतिहास के अनेक रहस्य जहाँ अभी तक बिलकुल अनसुलझे हैं वहीँ उनके बारे में विभिन्न विचारधाराओं से प्रभावित इतिहासविदों ने भिन्न भिन्न परिकल्पनाएं की हैं और उन्हें मौलिक इतिहास के रूप में प्रस्तुत कर स्वीकार कराने का हठी प्रयास भी किया।
विकास वैभव जितने कानून को लागू कराने में जितने सख्त हैं, उतने ही पब्लिक फ्रेंडली भी हैं।