आरा-छपरा सेतु पर धर्म-कांटा लगने के बाद 11 जून को होगा उद्घाटन
आरा-छपरा पुल का उद्घाटन 11 जून को होगा। गुरुवार को आधिकारिक तौर पर यह जानकारी दी गयी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद कक्ष से दोनों पुलों का उद्घाटन करेंगे। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी उद्घाटन समारोह के दौरान मौजूद रहेंगे।
आरा-छपरा सेतु राज्य का पहला सेतु होगा, जिसके दोनों तरफ यानि आरा और छपरा में वे-ब्रिज (धर्म कांटा) लगेंगे तभी बड़ी गाड़ियां इस सेतु पर चढ़ेंगी। उद्घाटन के बाद डेढ़ महीने तक इससे सिर्फ छोटी गाड़ियां ही गुजरेंगी।
गांधी सेतु के जर्जर होने का मूल कारण लंबे समय तक ओवरलोडेड गाड़ियां का परिचालन है। ऐसे में राज्य सरकार ने आरा-छपरा सेतु पर ओवरलोडिंग गाड़ियों के परिचालन को रोकने के लिए वे-ब्रिज लगाने का निर्णय लिया है। 4 किलोमीटर लंबा ब्रिज तैयार है। उसपर मॉस्टिक बिछा दिया गया है और 16 किलोमीटर एप्रोच का निर्माण भी अंतिम चरण में है। आरा-छपरा सेतु के सभी पायों पर 52 स्पैन जुड़ गए हैं। जमीन की समस्या और धीमे निर्माण के कारण आरा-छपरा सेतु की लागत 676 करोड़ से बढ़कर 887 करोड़ हो गई है।
वही बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के स्थापना दिवस के मौके पर आरा-छपरा पुल के उद्घाटन को लेकर उत्पन्न विवाद के बीच तारीखों का सच यह है कि पहली बार ग्यारह जून को निगम का स्थापना दिवस समारोह नहीं आयोजित हो रहा। यह संयोग है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की जन्म तिथि ग्यारह जून है, और बिहार राज्य पुल निर्माण निगम का स्थापना दिवस भी ग्यारह जून को ही हैं।