नीतीश कुमार 2019 में होंगे महागठबंधन के प्रधानमंत्री का उम्मीदवार, मोदी को देंगे टक्कर!
यूपी में बीजेपी के भारी जीत के बाद अब देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी खुले तौर पर यह मानने लगी है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को रोकना अब अकेले कांग्रेस पार्टी के बस की बात नहीं है।
मोदी को रोकने के लिए बिहार के तर्च पर राष्ट्रीय स्तर महागठबंधन बनाने की चर्चा और कवायद दोनों तेज हो गई है । अच्छा मौका देख जेदयू ने भी अपने नेता नीतीश कुमार नाम 2019 में प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में उछाल दिया है । इस बार नीतीश कुमार के पक्ष में राजद का भी समर्थन है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि राहुल गांधी में प्रधानमंत्री बनने कि क्षमता है लेकिन मुझे खुशी होगी कि कोई बिहारी देश का प्रधानमंत्री बनेगा ।
अन्य बीजेपी विरोधी दल भी नीतीश के समर्थक हैं। दिक्कत में फंस गई है कांग्रेस। नीतीश कुमार की स्वच्छ छवि और अच्छे काम का फायदा उठाने के लिए बिहार में उनके साथ खड़ी कांग्रेस अब खुलकर उनकी उम्मीदवारी का विरोध नहीं कर पा रही। अंदर-अंदर पार्टी के नेता बेचैन हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और नीतीश मंत्रिमंडल के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी साफ शब्दों में न तो नीतीश के नाम का विरोध कर पा रहे, न समर्थन।
जानकार कहते हैं कि उत्तर प्रदेश चुनाव में हार ने कांग्रेस नेताओं के आत्मविश्वास को हिलाया है। इसके पहले बिहार में जब भी नीतीश कुमार को नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाने की आवाज उठी तो कांग्रेस ने जोरदार विरोध किया।
कुछ दिनों पूर्व खुद राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने दावा किया था कि 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के सामने कोई चेहरा यदि है, तो वह नीतीश कुमार का है। इसके बाद बिहार कांग्रेस ने ताबड़तोड़ बयान जारी किए।
जाहिर है जेडीयू के तरफ से उठाए गाए इस मांग से एक बात तो साफ है कि नीतीश कुमार के लिए यूपी चुनाव परिणाम कई मायनो में फायदेमंद रहा है। एक तो उनके विरोधियों की बोलती फिलहाल बंद है और दूसरा इस वक़्त देश की राजनीति में मोदी को टक्कर देने वाले नेताओ में नीतीश सबसे बड़े चेहरे के तौर पर नजर आ रहे है।