इन बिहारी अफसरों के मार्गदर्शन से चल रही है देश और दुनिया कि मशहूर संस्था
किसी भी देश और राज्य के विकास में उसका नेतृत्व करने वाले नायको के विचारो और उसकी नीतियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है,सौभाग्य से बिहार उद्योग धंधो में भले कमजोर रहा हो मगर विचारो से सदैव धनी रहा है।इतिहास साक्षी है की बिहार ने समय समय पर दुनिया को मार्गदर्शन देने का कार्य किया है , बिहारी अपनी प्रतिभा और नेतृत्व क्षमता से देश ही नहीं दुनिया में बड़ी भूमिका निभा रहे है।
नये बिहार के हीरो श्रृंखला के तहत आज आपको उन बिहारियों से परिचय करवा रहे हैं जिनकी बुद्धिमता , सफलता , कार्यशैली की धमक आज दुनिया भर में है।
आलोक वर्मा
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के निवासी आलोक वर्मा सेंट्रल ब्यूरो अॉफ इन्वेस्टिगेशन यानी सीबीआई के अध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अगुआई में इसी वर्ष जनवरी में उन्हें सीबीआई चीफ के पद पर नियुक्त किया गया।
1979 बैच के अाइपीएस अधिकारी हैं। आलोक कुमार वर्मा बेहद साफ-सुथरी छवि वाले आइपीएस अधिकारी माने जाते हैं। 58 वर्षीय वर्मा ने इतिहास में एमए की डिग्री ली है।
आलोक कुमार वर्मा दिल्ली पुलिस में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इन पदों में दक्षिण जिले में पुलिस उपायुक्त, अपराध शाखा के संयुक्त आयुक्त, नई दिल्ली रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त, विशेष पुलिस आयुक्त : इंटेलिजेंस: और सतर्कता के विशेष पुलिस आयुक्त के पद शामिल हैं। वे इसके साथ ही अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में पुलिस महानिरीक्षक और पुडुचेरी में पुलिस महानिदेशक के पद पर भी कार्यरत रहे हैं।
सरोज झा
सरोज झा आइएएस अधिकारी बनने के बाद उड़ीसा कैडर में विभिन्न पदों पर काबिज रहे। भारत सरकार के गृह मंत्रालय में आपदा विशेषज्ञ के पद को भी उन्होंने सुशोभित किया। 31 जनवरी तक सरोज कुमार झा विश्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक मध्य एशिया के रूप में कजाकिस्तान में पदास्थापित थे।
सरोज झा ने विश्व बैंक में अपने करियर की शुरुआत वर्ष 2005 में की थी। उस समय वे वरिष्ठ ढांचागत विशेषज्ञ के रूप में नियुक्त किए गए थे। इससे पूर्व वे यूनाइटेड नेशन के डवलपमेंट प्रोग्राम के लिए सीनियर एग्जीक्यूटिव के रूप में काम कर चुके हैं।
गिरीश शंकर
गिरीश शंकर देश के बड़े ब्यूरोक्रेट हैं . 1982 बैच के बिहार काडर के आईएएस अधिकारी । गिरीश शंकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वसनीय अधिकारी में से एक है। वर्तमान में वे भारी उद्योग विभाग के सचिव है . यह केंद्र सरकार में अहम विभाग है . इससे पहले वह गृह मंत्रालय में अरुण जेटली के साथ थे । गिरीश शंकर पिछले कई वर्षों से प्रतिनियुक्ति पर भारत सरकार में हैं . बिहार में सेवाकाल के दौरान वे सूबे के होम सेक्रेट्री भी रह चुके हैं . अभी केन्द्र में हेवी इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के सेक्रेट्री हैं . अगले साल 2017 में रिटायर होंगे . हेवी इंडस्ट्री मिनिस्ट्री में जाने के पहले शंकर ने मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म को भी अपनी सेवाएं दी हैं . मूल रुप से वे बिहार के छपरा के रहने वाले हैं . पहले नेतरहाट विद्यालय,फिर आगे साइंस कालेज और बाद में एक्सएलआरआई,जमशेदपुर में पढ़ाई हुई .
इतने बड़े पदों पर जाने के बाद भी गिरीश शंकर अपने राज्य बिहार और बिहारी संस्कृति को नहीं भूले है। वे हर वर्ष चाहे जहां भी रहे, आस्था के महापर्व छठ में शामिल होने को छुट्टी लेकर बिहार जरुर आते हैं ।