खुशखबरी: विश्वस्तरीय होंगे बिहार के ये स्टेशनें!
बिहार के तीन बड़े रेलवे स्टेशनों पर अंतरराष्ट्रीय सुविधाएं विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है।
निजी कंपनियों के सहयोग से पटना साहिब, मुजफ्फरपुर व बक्सर स्टेशनों के विकास का खाका तैयार किया जा रहा है।
बिहार के इन जंक्शनों के पुनर्विकास योजना के तहत निजी कंपनियों को वाणिज्यिक उपयोग के लिए रेलवे जमीन देगी और उस एवज में निजी कंपनियां उन स्टेशनों को चकाचक करेंगी। इन रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय दर्जा के लायक बनाने का काम निजी कंपनियों का होगा और रेलवे इसकी मोनिटरिंग करेगा।
पूर्व मध्य रेल के जीएम डीके गायेन ने बताया कि रेलवे मुजफ्फरपुर में 4.40 एकड़, बक्सर में 13.97 एकड़ व पटना साहिब में 3.40 एकड़ जमीन चयनित एजेंसी को देगी। पटना घाट स्टेशन के विकास को गति दी जाएगी और इसे टर्मिनल के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां भी चयनित एजेंसी को रेलवे 2.50 एकड़ जमीन देगा, जिसके एवज में पटना घाट रेल परिसर का विकास होगा।
शॉपिंग मॉल से लेकर लिफ्ट-एस्केलेटर तक : चयनित एजेंसी के जरिए इन तीन स्टेशनों पर शॉपिंग मॉल, एक्जीक्यूटिव लाउंज, फूड प्लाजा व लिफ्ट -एस्केलेटर लगाए जाएंगे।
रेल परिसरों में निकास व प्रवेश के रास्तों को कम किया जाएगा और रेल सुरक्षा के नवीनतम माध्यमों का उपयोग किया जाएगा। परिसर में मुख्य भवन को नए सिरे से बनाया जाएगा। नीचे के तल पर यात्रियों से जुड़ी सुविधाएं होगी, जबकि ऊपर के तल पर रेलवे के दफ्तर व अन्य चीजें होंगी। देशभर में कुल 25 स्टेशनों के पुनर्विकास का लक्ष्य है। बिहार के एक दो अन्य स्टेशन भी शामिल किए जा सकते हैं।
131 पॉस मशीनें लगेंगी
ई टिकट में सेवा अधिभार से एक ओर रेलवे ने कैशलेस तकनीक को बढ़ावा दिया है वहां पूमरे के स्टेशनों पर टिकट के लिए कैशलेस इंतजाम किए जा रहे हैं। जोन के 90 काउंटरों में 131 पॉस मशीनें लगाई जाएंगी। पटना जंक्शन पर 13 व दानापुर में दो मशीनें लग चुकी हैं। गुरुवार को हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, बरौनी व बेगूसराय में मशीनें लगाई गई हैं। कुल दिनों में ही 15 स्टेशनों पर 48 पॉस मशीनें लगेंगे। जोनल अफसरों ने बताया कि गया, भागलपुर, आरा, राजेन्द्रनगर, बक्सर, दरभंगा, समस्तीपुर आदि पर नए वित्तीय वर्ष में मशीनें लगेंगी।
क्लीन मॉय कोच योजना दानापुर में चालू
जीएम डीके गायेन ने कहा कि दानापुर व मुगलसराय की ट्रेनों में एसएमएस के जरिए ट्रेन की सफाई वाली क्लीन माय कोच योजना लागू कर दी गई है। सोनपुर, समस्तीपुर और धनबाद मंडल में इसे चालू वित्तीय वर्ष में लागू कर दिया जाएगा। कोचों में एक नंबर लिखा होगा, जिसपर बोगी व बर्थ नंबर या पीएनआर मैसेज करने पर तुरंत कोच की सफाई की जाएगी। इस बार बोर्ड ने इस योजना को मंजूरी दी है।
इन परिसरों में भी सौर ऊर्जा से बिजली
सोनपुर रेलवे अस्पताल, पैसेंजर हॉल व अनारक्षित टिकट र्बिंल्डग मुजफ्फरपुर, ट्र्रेंनग अस्पताल व ट्र्रेंनग स्कूल मुजफ्फरपुर, ब्रह्मपुरा अस्पताल, समस्तीपुर डीआरएम र्बिंल्डग, समस्तीपुर रेलवे अस्पताल, दानापुर वर्कशॉप र्बिंल्डग, पटना सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, राजेन्द्रनगर स्टेशन र्बिंल्डग, मोकामा आरपीएफ बैरक, मोकामा घाट आरपीएफ ट्र्रेंनग सेंटर, रेलवे अस्पताल गया व अन्य।
दिव्यांग मित्रवत होंगे परिसर
इसके अलावे रेल परिसरों को दिव्यांग मित्रवत बनाने का खाका तैयार किया गया है। इसके लिए 12 स्टेशनों पर कुल 29 लिफ्ट लगाए जाएंगे। पटना जंक्शन पर चार, राजेन्द्रनगर में दो, आरा में दो, बक्सर में दो, गया में दो, मुगलसराय में दो, हाजीपुर में दो, मुजफ्फरपुर में दो, बरौनी में दो, दरभंगा में चार व समस्तीपुर स्टेशन पर तीन स्वचालित सीढ़ियां (एस्केलेटर) लगाई जाएंगी। नए वित्तीय वर्ष में कम से कम 50 फीसदी काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।