एक साधारण शिक्षिका से मंत्री तक का सफर तय करने वाली बिहार के पर्यटन मंत्री अनिता देवी से खास बातचीत
धान के कटोरा कहे जाने वाला रोहतास जिला के नोखा विधानसभा क्षेत्र के महागठबंधन के राजद का नेतृत्व कर विधायक बनी अनिता देवी आज बिहार सरकार के मंत्रिमंडल में पर्यटन मंत्री है। पहली बार में ही इन्हें जीत हासिल हुई एवं पर्यटन मंत्री बनने का अवसर मिला। राजनीति से इनका पुराना नाता है लेकिन राजनीति में आने से पहले ये शिक्षिका थी। इनके पति स्व. आनंद मोहन सिंह रोहतास जिला के वरिष्ठ राजद नेता थे। पर्यटन मंत्री अनिता देवी से “आपन बिहार” की बातचीत:-
प्रश्न :अपने पहले चुनाव में ही एक वरिष्ठ नेता को हरा विधायक बनीं, साथ ही राज्य मंत्रिमंडल में भी शामिल होने में सफल रहीं। इतने कम समय में एक साधारण सरकारी शिक्षिका से मंत्री बनने की अपनी इस उपलब्धि पर क्या कहेंगी आप?
उत्तर : जनता की माँग पर ही चुनाव में उतरी, जनता ने ही हमें इस लायक समझा और हमें इस मुकाम पर पहुँचाया है। लोगों के इस समर्थन के लिए हम उनके अभारी हैं और लगातार उनकी सेवा करने के लिए तत्पर हैं।
प्रश्न: में महागठबंधन सरकार का एक साल पूरा हो गया है। इस एक साल में बिहार टूरिज्म ने क्या-क्या काम किया है?
उत्तर : बिहार टूरिज्म ने इस एक साल में बहुत काम किया है। बिहार पर्यटन बिहार 350 वां प्रकाश पर्व के रूप में अबतक का सबसे बड़ा आयोजन करने जा रहा है।
साथ ही सभी जिलों के डीएम को निर्देश दिया गया है कि जिले के महत्वपूर्ण स्थलों का डीपीआर बना के भेजा जाए। हमारी पहली प्राथमिकता है कि जो एतिहासिक स्थल हैं उन्हें पहले विकसित किया जाये।
राज्य में 8 नये रोप वे का निर्माण किया जायेगा ।
बोध सर्किट, राम सर्किट, शिव सर्किट, महावीर सर्किट और जैन सर्किट सब पर तेजी से काम चल रहा है।
प्रश्न: पटना में होने जा रहे 350वें प्रकाश पर्व के लिए क्या-क्या तैयारियाँ कीं जा रहीं हैं?
उत्तर: पर्यटन विभाग इसकी तैयारी के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। गुरुद्वारा परिसर की साफ-सफाई की गई है, रूम बनाये गये हैं। गांधी मैदान, कंगन घाट और बाईपास में टेन्ट सीटी बनाया जा रहा है।
प्रश्न: लोगों का एक गंभीर आरोप है कि बिहार पर्यटन का विकास सिर्फ पटना, गया और नालंदा तक ही सीमित है। दुसरे जिलों के पर्यटन स्थलों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा?
उत्तर : ऐसी बात नहीं है। सब जगह बराबर ध्यान और विकास कार्य जारी है। गया-नालंदा के अलावा भी सीतामढ़ी के प्रसिद्ध पुनौरा धाम, सहरसा के उग्रतारा मंदिर, दरभंगा, मधुबनी समेत सभी जगहों पर पर्यटन का विकास हो रहा है।
प्रश्न: कुछ ही दिन पहले UNSCO ने नालंदा विश्वविद्यालय के अवशेष को world Heritage Site का दर्जा दिया है। बिहार में एतिहासिक महत्व के ऐसे कई धरोहर मौजूद हैं। इन धरोहरों को सहेजने के लिए सरकार क्या कर रही है?
उत्तर : यह सब पुरातत्व विभाग कर रहा है। और भी अन्य एतिहासिक धरोहरों को पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रशन: बीजेपी का आरोप है कि सरकार से जबसे भाजपा गई है तब से बिहार में पर्यटन का विकास रूका हुआ है?
उत्तर : बीजेपी विपक्ष में है तो उनका काम ही है आरोप लगाना । उनकी बातों को कोई गंभीरता से नहीं लेता है।
प्रश्न : पहली बार प्रकाश पर्व को लेकर बिहार पर्यटन का प्रचार-प्रसार राष्ट्रीय टीवी पर भी देखा जा रहा है । क्या यह आगे भी जारी रहेगा और क्या बिहार पर्यटन किसी को ब्रांड एम्बेसडर बनाने पर विचार कर रहा है?
उत्तर: हाँ, यह प्रचार प्रकाश पर्व के बाद भी जारी रहेगा साथ ही इसके लिए बिहार पर्यटन ब्रांड एम्बेसडर बनाने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। अभी किसी के नाम पर चर्चा नहीं हुई है। हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोग बिहार आएँ, इसके लिए हम लोग जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं।
प्रश्न: बिहार पर्यटन के ही साईट के अनुसार बिहार घूमने आए पर्यटकों में मात्र 30-40% पर्यटक ही संतुष्ट होते हैं। ज्यादातर लोग यहाँ की पर्यटन सुविधाओं से असंतुष्ट हैं। ऐसा क्यों?
उत्तर : पर्यटन सुविधाओं को बढ़ाने का काम चल रहा है ताकि पर्यटकों को बहुत सारी सुविधाएं मिल सकें । जल्द ही उनकी शिकायत दूर होगी ।
प्रश्न: प्रकाश पर्व के बाद चंपारण सत्याग्रह की शताब्दी वर्ष भी है। इसके लिए पर्यटन विभाग की क्या तैयारियाँ चल रही हैं?
उत्तर : इसपर हम लोग चाह रहे हैं कि देश और विदेशों से लोग बिहार आएँ और गांधी जी और उनके विचारों से लोग जुड़ें और उसका फायदा उठाएँ और अमन- चैन के उनके संदेश को दुनिया में फैलायें।
‘आपन बिहार’ के द्वारा बिहार पर्यटन के लिए किये जा रहे कार्यों पर आप क्या कहेंगी?
‘आपन बिहार’ बहुत अच्छा काम रहा है। लगातार आपलोग 4 सालों से बिहार पर्यटन का सोशल मिडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर रहें है। लोगों को इसकी जानकारी दे रहें हैं और बिहार घूमने आने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रहें है। यह जानकर बहुत खुशी हुई। बिहार पर्यटन के तरफ से ‘आपन बिहार’ को धन्यवाद!