मौंका मिले तो पटना आईए और गुरु गोविन्द सिंह के जंयती समारोह में शामिल होईए क्या तैयारी है दिल खुश हो जायेगा|गांधी मैंदान क्या कहना है लगता जैसे अमृतसर पहुंच गये हैं दरवार हांल क्या भव्यता है एक लाख लोगों के बैंठने कि व्यवस्था कि गयी है। पूरा मैंदान इस कार्यक्रम का मुख्य आयोजन स्थल है पीएम मोदी सहित तमाम बडे नेता इसी दरबार हांल से सम्बोधित करेगे बड़े सास्कृतिक कार्यक्रमों भी इसी दरबार हांल में होगा। अशोक राजपथ पहचान नही पाईएगा पटना साहेब गुरुद्वारा तक पहुंचने वाली सड़कों के दोनों और दो किलोमीटर तक निर्मित भवन उजले रंग से रंगे गये है।
धार्मिक आय़ोजन पटना साहेब गुरुद्वारा
बाल गुरुद्वारा और कंगनघाट के साथ साथ बाग का गुरुद्वारा में हो रहा है। यहां आयेगे तो आपको धार्मिक आस्था के साथ साथ इतिहास को भी महसूस कर सकते हैं। गुरु गोविन्द सिंह से जुड़े कई ऐतिसाहसिक साक्ष्य के साथ साथ उनकी यादे अब भी उसी तरह सुरक्षित और संरक्षित है,,वह कुंआ जहां से पानी लेकर महिलाए जब घर को लौटती थी तो अक्सर गुरु गोविन्द सिंह महिलाओं का मटका फोड़ देते थे ,वो पत्थर तीर और कमान जिससे वो मटका फोड़ते थे सब कुछ मौंजूद है ,उनके बचपन का पलना ,कपड़ा सरिखे कई चीजे आज भी उनके होने का एहसास कराता है ३५० वर्ष पहले उनका जन्म हुआ लेकिन आज भी आप उऩके होने का एहसास कर सकते है जितनी जुवाने उतनी कहानी औऱ साथ में साक्ष्य भी ।
मुख्य कार्यक्रम २ से ५ जनवरी तक होगा लेकिन अभी से ही लोग के आने का सिलसिला शुरु हो गया है। उम्मीद कि जा रही है कि देश और दुनिया से कम से कम पांच लाख सिख इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होने आयेगे।बिहार को अपनी छवि बदलने औऱ राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्री स्तर पर अपनी खोयी प्रतिष्ठा फिर से स्थापित करने का इससे बेहतर मौंका नही मिलेगा इसलिए जहां कही भी आप है इस महाउत्सव में किसी ना किसी रुप में भागीदारी जरुर निभाईए। आज काश्मीर पंजाब,लंदन औऱ अमेरिका से आये दर्जनो सिख परिवार से बात करने का मौंका मिला सच कहिए तो इस कार्यक्रम के माध्यम से नीतीश कि पहचान राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रीय पर एक कुशल प्रशासक और विकास करने वाले राजनेता के रुप में स्थापित हो गया हर किसी के जुवान पर नीतीश कि तारीफ सूनने को मिला। किसी ने भी व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े करते हुए नही दिखे हलाकि इसकी एक वजह बिहार के छवि भी है लोग उम्मीद नही कर रहे थे और यहां उम्मीद से अधिक व्यवस्था देखने को मिल रहा है। रात के एक बजे तक अशोक रात पथ पर लोग घूमते रहते हैं लाईटिंग कि व्यवस्था मौंका मिले तो एक बार जरुर देखने आईए।
ईश्वर ने मुझे वो दिया है जो दुनिया में किसी के पास नही है बुद्ध,जैन,सिख धर्म का जन्म और कर्मभूमि फिर मेरा ऐतिहासिक विरासत सच कहे तो हमलोग अपने इस विरासत का ही सही तरीके सा मार्केटिंग कर ले तो फिर किसी उधोग कि जरुरत नही है।।।
सभार: (संतोष सिंह, कशिश न्यूज के फेसबुक अकाउंट से लिया गया है)
नोट: प्रकाशपर्व का महा लाईव कवरेज देखने के लिए Aapna Bihar के फेसबुक पेज को लाईक करें ।