2016 में बिहार के क्राइम ग्राफ में गिरावट, 20% की आई कमी
वर्ष 2016 में तो बिहार कई वजहों से चर्चा में रहा मगर सबसे ज्यादा शराबबंदी के कारण बिहार पूरे देश भर में सुर्खियों में बना रहा । शराबबंदी के कारण फायदे और नुकसान की तो कई बातें हो रही है मगर शराबबंदी के कारण एक बहुत बड़ा बदलाव दिख रहा है वह है अपराधिक मामलों में कमी ।
एडीजी (मुख्यालय) सुनील कुमार ने शुक्रवार को सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में बीत रहे वर्ष 2016 में शराबबंदी को अपराध की कमी का सबसे महत्वपूर्ण कारण बताया. उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बाद राज्य में सभी तरह के अपराधों में काफी कमी आयी है.
वर्ष 2015 की तुलना में 2016 के दौरान सभी तरह के आपराधिक घटनाओं में सम्मिलित रूप से औसतन 20 फीसदी की कमी आयी है. हत्या के मामले में 24 फीसदी, डकैती की घटनाओं में 26 प्रतिशत, लूट में 19 प्रतिशत, गृभेदन या चोरी में तीन फीसदी, फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में 42 प्रतिशत, रेप में छह प्रतिशत व सड़क दुर्घटनाओं में 20 फीसदी की कमी आयी है. उन्होंने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि शराबबंदी से अपराध में कमी आयी है. पुलिस हर तरह की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है.