टीवी कार्यक्रम ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (केबीसी) की हॉट सीट पर बॉलीवुड के मेगा स्टार अमिताभ बच्चन के सवालों के जवाब दे करोड़पति बने सुशील कुमार आज भी जमीन से जुड़े हैं। शिक्षा को विकास व आत्मनिर्भरता का वाहक मानते हुए उन्होंने सौ से अधिक महादलित बच्चों को गोद लेकर उन्हें पढ़ाना शुरू किया है।
सुशील कुमार पूर्वी चंपारण के मोतिहारी स्थित कोटवा प्रखंड के मच्छहर गांव की मुसहर बस्ती में छोटे—छोटे बच्चों को पढ़ा रहे हैं। मेहनत—मजदूरी करके अपना भरण-पोषण करने वाले इन लोगों के बच्चों को इससे पहले तक शिक्षा का मतलब ही नहीं पता था लेकिन सुशील कुमार की वजह से आज इस बस्ती के बच्चे शिक्षा का अर्थ भी जानते हैं और अपने उज्ज्वल भविष्य को भी पहचान रहे हैं।
कुछ समय पहले तक इन बच्चों को “क” से कबूतर और “ख” से खरगोश का भी ज्ञान नहीं था लेकिन सुशील कुमार की मेहनत के चलते आज ये बच्चे किताब पढ़ने लायक बन गए हैं। सुशील कुमार ने लगभग एक साल पहले इन बच्चों को पढ़ाने का फैसला किया था। सुशील कुमार इन बच्चों को खुद भी पढ़ाते हैं। साथ ही उन्होंने बच्चों को पढ़ाने के लिए दो टीचरों को भी नियुक्त किया है। इसके बाद पढ़ाई का सिलसिला ऐसा चला कि आज इनमें से कई बच्चे ऐसे भी हैं जो सरकारी स्कूल में पढ़ने जाने लगे हैं। वहीं इन बच्चों के माता पिता का कहना है कि आज अपने बच्चों को पढ़ते-लिखते देखकर उन्हें बेहद खुशी होती है।
इसके अलावा जब बच्चों को भी कॉपी किताब आदि मिलती है तो उनका भी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहता। गौरतलब है कि जब सुशील कुमार केबीसी में आए थे तब वह खुद एक डाटा आॅपरेटर की नौकरी करते थे लेकिन आज वह पीएचडी कर रहे हैं और शिक्षा के जरिए बच्चों का भविष्य उज्ज्वल बना रहे हैं।