संसद के तर्ज पर बना बिहार का नया एवं भव्य विधानमंडल, देखिए इसकी विशेषता
400 करोड़ की लागत से बने विधानमंडल के नये भवन का सीएम ने किया उदघाटन, ये है खासियत बिहार विधानमंडल के नए भवन का शनिवार को सीएम नीतीश कुमार ने उदघाटन किया. इसके साथ ही बिहार विधानमंडल के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया.
400 करोड़ की लागत से तैयार हुए विधानमंडल भवन कई मायनों में खास है. नये भवन में 550 लोगों के बैठने की व्यवस्था है साथ ही ऑडिटोरियम भी है. 300 लोगों की क्षमता वाला कांफ्रेंस हॉल और 200 लोगों के लायक मीडिया हॉल इस भवन की विशेषता है.
विधानमंडल का नया भवन नए भवन में विधान सभा और विधान परिषद के संयुक्त सत्र चल सकेंगे. नये भवन के ग्राउंड फ्लोर पर मुख्यमंत्री के कार्यालय के अलावा कमिटी कक्ष, पुस्तकालय और कैफेटेरिया है. जबकि पहले तल्ले पर मंत्रियों के दफ्तर समेत प्रमुख नेताओं के बैठने का स्थान है.
शरदकालीन सत्र पुराने भवन में ही होगा…
बिहार विधानसभा और परिषद का 25 नवंबर से शुरू होने वाले शरदकालीन सत्र की बैठक पुराने ही भवन में होगी। 2 दिसंबर तक चलने वाले सत्र को लेकर पुराने भवन की रंगाई-पुताई हो रही है। 23 नवंबर को दलीय नेताओं और वरिष्ठ प्रशासनिक पुलिस अधिकारियों की बैठक होगी।
362 करोड़ रुपए है चार ब्लॉक के निर्माण की कुल लागत
विधानसभा के सेंट्रल हॉल और सचिवालय विस्तारीकरण के कुल 4 ब्लॉक की लागत है। एक ब्लॉक का काम अलग करने के बाद विधानमंडल भवन के साथ सचिवालय विस्तारीकरण के कुल 3 भवनों के निर्माण पर 250 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।
विधानमंडल की कमेटियों की बैठक के लिए बने हैं 20 छोटे कॉन्फ्रेंस हॉल
विधानमंडल भवन में मुख्यमंत्री,विधान परिषद के सभापति और विधानसभा के अध्यक्ष का 5 बड़े-बड़े कमरों वाले शानदार कार्यालय काम करेगा। सभी मंत्रियों और दोनों सदनों की सभी कमेटियों के सभापतियों का दो-दो कमरों का कार्यालय होगा। कमेटियों की बैठकों के लिए 20 छोट कॉन्फ्रेंस हॉल बने हैं।
500 लोग बैठ सकेंगे बेसमेंट में बने मीटिंग हॉल में
बेसमेंट में 500 से ज्यादा लोगों के बैठने की क्षमता वाला गोलाकार मीटिंग हॉल है,पर उसे अभी चालू नहीं किया जा रहा है। यह बेसमेंट जमीन की सतह से 9 मीटर नीचे तक है। पानी रिसने की समस्या के समाधान के लिए रूड़की के विशेषज्ञों के निर्देश पर इसे बंद रखा गया है। हालांकि,पानी रिसने की समस्या खत्म कर ली गई है।
महिलाओं के लिए अलग वेटिंग रूम
यहां गोलाकार लाइब्रेरी बनी है। इस भवन में बैंक,डाकघर,पांच कैंटीन,दो कार्ट रूम,महिलाओं के लिए अलग वेटिंग रूम समेत कई अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया कराने की योजना है। सचिवालय विस्तारीकरण के लिए बने 3 भवनों में कई विभागों के कार्यालय चलेंगे।
सेंट्रल हॉल में हो सकती है संयुक्त बैठक
विधानमंडल के संयुक्त सत्र की बैठक देर-सबेर नए सेंट्रल हॉल में हो सकती है। नए वर्ष में विधानमंडल की पहली बैठक और नई विधानसभा की पहली बैठक की शुरुआत दोनों सदनों के सदस्यों की संयुक्त बैठक से होती है।
पहले लाइब्रेरी-कैंटीन को ले जाने की तैयारी
विधानसभा की मौजूदा कैंटीन और लाइब्रेरी को सबसे पहले नए भवन में शिफ्ट किया जाएगा। इसके बाद कैंटीन हॉल से होकर अंदर ही अंदर नए भवन तक आने-जाने की व्यवस्था होगी। अमेरिकन लाइब्रेरी की तर्ज पर ही नए भवन में लाइब्रेरी हॉल का निर्माण किया गया है।