इस बार एक बिहारी चला नाबेल शांति पथ पर नोर्वे : नाबेल पुरुस्कार सम्मलेन 2016
सिनेमा में ही नहीं अब तो वास्तविक ज़िन्दगी में भी ऐसी उपलब्धियां होती है की पार्ट-2 ले के आना होता है , कभी सोचा न था ….. लीजिये अब इस आर्टिकल / खबर को भी पिछली खबर से जोड़ना पड़ रहा है, या यूँ कहिये इ ये खुद व् खुद हो रहा है … और जब ये खबर मिली तो फिर से हमारी भावना अपने बिहार के उपलब्धियों के लिए यूँ उमरा की मुह से स्वतः निकल गया ” जियो हो बिहार के लाला … ” , हाँ यहाँ एक बिहारी अनगिनत उपलब्धियों के साथ पड़ रहा है लाखो पे भारी !
‘आपन बिहार’ ने लगभग एक महीने ही बताया था कि उपरोक्त पोस्ट में कि “…..2 महीने और बचे हैं 2016 में , न जाने कितनी और उपलब्धियों और रिकॉर्डस से बिहार का यह लाल देश का नाम रोशन करेगा| ये अनुमान भी लगा पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन सा है| ” और ये अब सही निकला एक बड़ी खबर / सम्मान / उपलब्धि के साथ !
हाँ फिर से आज बात हो रही है 16 साल की उम्र में ही डेक्सटेरिटी ग्लोबल के संस्थापना करने वाले श्री शरद विवेक सागर की !
खबर ये है :
इस साल दिसम्बर में नोर्वे देश के ओस्लो में प्रसिद्ध नोबेल शान्ति पुरस्कार समारोह में शामिल होने का निमंत्रण आया है। आधिकारिक तौर पे नोबेल पीस सेण्टर एवं नॉर्वे सरकार की दूरसंचार निगम, टेलेनॉर ने आमंत्रित किया है।
इस बार भारत से टेलिनॉर ने दुनिया के कुल २६ युवा उद्यमी ,इनोवेटर्स , कुछ अलग और बेहतर करने वाले प्रतिष्ठित युवाओ को आमंत्रित किया है जिसमे हमारे भारतवर्ष से प्रसिद्ध 2 व्यक्ति को ही आमंत्रन मिला है, भारत के अन्य आमंत्रित सदस्य दिल्ली की एक पर्यावरण इंजीनियर, श्री परिधि रस्तोगी हैं।
श्री सागर इस साल के नोबेल शान्ति पुरस्कार विजेता, कोलम्बिया गणराज्य के राष्ट्रपति श्री जुआन मैनुअल सैंटोस, को सम्मानित किये जाने के आयोजनों में भाग लेंगे। इसके अलावा, शरद नोबेल पीस सेण्टर एवं अन्य साथी आमंत्रितों के साथ संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए नीतियाँ बनाने का भी काम करेंगे।
विश्व अस्तर के लोगो का जमघट
जब मौका इतने बड़े समारोह का है तो भला यहाँ जानी मानी हस्तियों के सिवा कौन आएगा ! तो इस बार यहाँ आने वाले की प्रमुख लिस्ट में हैं
1.) इस साल के विजेता राष्ट्रपति सैंटोस प्रतिष्ठित दर्शकों के सामने अपना नोबेल लेक्चर देंगे।
2.) महामहिम नॉर्वे के राजा, नार्वे नोबेल समिति के सदस्य !
3.) पिछले नोबेल प्राइज विजेता !
4.) भारत के श्री शरद विवेक सागर व् श्री परिधि रस्तोगी सहित दुनिया के कुल 26 युवा उद्यमी ,इनोवेटर्स !
5.) दुनिया भर से प्रसिद्द नेतागण एवं अंतरराष्ट्रीय मीडिया कर्मी मौजूदगी ( जो किअवश्यम्भावी ही है ) !
शरद सागर के लिए महत्वपूर्ण लम्हा :
मैं तो कहूँगा ब्रह्मांड के “आकर्षण के सिध्यांत” (The Law Of Attraction) का जीता जागता उदाहरण !
जरा सोचिये जिस इंसान के जिंदगी में प्रेरणा देने वालो की लिस्ट में , ज्यातर लोग नोबेल परुस्कार विजेता हो , और आज उसे उसी नोबेल पुरुस्कार समारोह में बुलाया जा रहा हो तो ये कैसी गौरवशाली अवसर और ख़ुशी से ओतपोत भावनात्मक क्षण होगा , जो की इनकी प्रतिक्रिया से भी साफ़ साफ़ झलक रही है !
श्री शरद सागर ने कहा ” यह साल बहुत ख़ास रहा है। पिछले ही महीने मुझे बराक ओबामा में एक नोबेल शांति पुरस्कार विजेता के साथ हाथ मिलाने का मौका मिला और अगले महीने मुझे इस साल के नोबेल पुरस्कार विजेता राष्ट्रपति सैंटोस से मिलने का सम्मान प्राप्त होगा। मेरे जीवन के अधिकांश हीरो नोबेल पुरस्कार विजेता रहे हैं और नोबेल शांति पुरस्कार समारोह के लिए आमंत्रित किया जाना मेरे लिए बहुत बड़े सम्मान की बात है।”
एक बार इनके इस साल २०१६ के उपलब्धियों के कैलंडर पे नजर डालते हैं !
- जनवरी 2016 : श्री शरद सागर बिहार से पहले उद्यमी बने जिन्हें फोर्बस पत्रिका ने अपने 30 अंडर 30 की सूची में मार्क ज़ुकेरबर्ग एवं मलाला यौसफ्जई जैसे नामों के साथ शामिल किया।
- फरवरी 2016 : श्री सागर दुनिया भर के प्रभावशाली युवा उद्यमियों की सूची में भारत से सबसे ऊपर।
- मई 2016 : शरद टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के स्नातक समारोह में भाषण देने वाले पहले भारतीय बने।
- मई 2016 : शरद विवेक सागर ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के मास्टर्स के प्रस्ताव को ठुकरा कर बिहार वापस आकर हर बच्चे तक शैक्षणिक अवसर पहुँचाने का निर्णय लिया।
- अक्टूबर 2016 : शरद को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा व्हाइट हाउस आने का आमंत्रण आया था।
- नवम्बर 2016 : श्री शरद सागर को विश्व बैंक ( वर्ल्ड बैंक ) से आमंत्रण मिला ( किसी व्यक्तिगत कारणवश यहाँ जा नहीं सके किसी वजह से )
- दिसम्बर 2016: शरद को शानदार नोबेल शान्ति पुरस्कार समारोह में शामिल होने का निमंत्रण, नोर्वे देश से !
जिस प्रकार आप इस शानदार व्यक्तिव्य के बारे में पढ़ पढ़ के न ही थक रहे हैं और फुले नहीं समा रहे गर्व से , वही हाल हमारा भी है ! हर बार वही भाव और दुगुनी जोश के साथ इस बिहार के लाल की उपलब्धियों लिखते हुए हम भी नहीं थक रहे ! हम तो चाहते हैं की बिहार में ऐसे ऐसे लाखों लाल बिहार की माँ दें , शरद भी अपने काम से सेकड़ो शरद और बना डालें ( जो की ये डेक्सटेरिटी ग्लोबल में कर रहे हैं ) हम तो उम्रभर शानदार भारतवर्ष की स्वर्णिम बिहारी की गाथा लिखता रहूँ !
गर्व के साथ आपन बिहार टीम की ढेर सारी शुभकामनायें सदेव इनके साथ हैं।