शैलेश कुमार कानू/ बिहार : शुरू हो चुकी है छठ महापर्व की तैयारियाँ ।आधुनिकता की इस दौर में भी हमारे देश की कुछ मान्यताएं और परंपरा ऐसी है जिसका निर्वहन हमारा समाज अभी तक करता चला आ रहा है. इसी मान्यता के तहत हमारे द्वारा त्योहार व पर्व भी मनाया जाता है. अभी हाल मे ही संपन्न हुए दुर्गा पूजा के बाद अब लोगो ने दीपावली व छठ महापर्व की भी तैयारियां कर दी है.
मान्यता है कि छठ एक आस्था व विश्वास का पर्व है. इससे बिहार के प्रायः सभी क्षेत्रों में तो किया ही जाता है साथ-साथ बाहरी प्रदेशों में रहने वाले बिहारी लोगो द्वारा भी इसे मनाने की परंपरा शुरू हो गयी है.
छठ पर्व की शुरूआत नहाय-खाय के साथ शुरू होती है. तीन दिनों तक चलने वाली इस महापर्व में मिट्टी के चूल्हे का भी काफी महत्व है. इसी चूल्हे पर बनने वाले प्रसादो को अर्घ दिया जाता है. ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग जहां स्वंय मिट्टी का चूल्हा बना लेते है. वहीं शहर में 90 प्रतिशत परिवार इसे खरीदकर ही इस पर प्रसाद बनाने का काम करते है. इन दिनों शहर के कई क्षेत्रों में महिलाएं ग्रामीण इलाको से मिट्टी लाकर चूल्हा बनाने के काम में जूट गयी है।