शतरंज के विश्व पटल पर भारत समेत राज्य का नाम रोशन कर रहे अररिया के नन्हें उस्ताद कुमार गौरव (14) ने एक बार फिर अपनी बादशाहत कायम कर ली। आंध्रप्रदेश के राजमुंदरी शहर में आयोजित नेशनल जूनियर चेस चैंपियनशिप (अंडर-19) में गौरव ने न केवल गोल्ड जीता बल्कि अररिया के साथ-साथ बिहार का मान बढ़ाया। इस उपलब्धि के कारण गौरव अगले वर्ष होने वाले तीन प्रमुख इंटरनेशनल टूर्नामेंट क्रमश: जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप, एशियन जूनियर चैंपियनशिप व कॉमन वेल्थ चेस चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा। जूनियर वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप इटली में होनी है।
कुमार गौरव ने दूरभाष पर बताया कि आठ अक्टूबर से शुरू चैंपियनशिप में बिहार के अलावा अन्य राज्यों के 136 खिलाड़ियों ने भाग लिया था। रविवार को एक समारोह में उसे चैंपियन कप दिया गया। गौरव अररिया शहर के शिवपुरी निवासी व अधिवक्ता देवनंदन दिवाकर का पुत्र है। यह पहला मौका नहीं है जब अररिया के गौरव ने सूबे का मान बढ़ाया हो। इससे पूर्व भी ये कई राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुका है।
पिछले वर्ष कामन वेल्थ चेस चैंपियनशिप अंडर-18 में वह कांस्य पदक जीत चुका है। 2014 में इंटरनेशनल पार्श्व नाथ फेस्टिवल का चैंपियन है। इस टूर्नामेंट में 41 देशों के खिलाड़ियों ने भाग लिया था। 2013 में गौरव ने दिल्ली में आयोजित पार्श्व नाथ इंटर नेशनल ओपन चेस टूर्नामेंट में बाग्लादेश की चेस क्वीन व डब्ल्यूआईएम (वोमेन इंटरनेशनल मास्टर) खिताबधारी हमीद रानी (65) हराकर तहलका मचा दिया था।