बिहार के इस शहर को स्मार्ट सिटी बनाने का पूरा खाका हुआ तैयार, जल्द शुरू होगा काम
बिहार के भागलपुर को मोदी सरकार के स्मार्ट सिटी बनाने के योजना में शामिल होने के बाद अब जल्द ही इसे जमीन पर उतारने के लिए काम शुरू होगा। स्मार्ट सिटी के लिए स्पेशल पर्पस व्हीकल (एसपीवी) को कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद अब इसकी अगली प्रक्रिया तो जल्द शुरू हो जाएगी। जो कार्ययोजना बनी है, उसके अनुसार पहले एक-दो साल में ई-गवर्नेंस, पार्क और ओपन एरिया विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है।
वहीं, इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल और इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट जैसी सुविधाएं 2020 तक ही पूरी हो पाएंगी। एसपीवी की पहली बैठक इसी महीने होगी, लेकिन काम शुरू होने में 6 माह का वक्त लग सकता है।
स्मार्ट सिटी में दो स्तर पर काम होगा। पहला है एरिया बेस्ट डेपलपमेंट…। इसे कोर एरिया का नाम दिया गया है। इसके तहत एनएच-80 से गंगा किनारे तक के इलाके को रखा गया है। कोर एरिया में वार्ड-18 से 23 तक के क्षेत्र शामिल किए गए हैं। दूसरा है पैन सिटी प्रोजेक्ट…। इसके तहत जो योजनाएं हैं, उन्हें पूरे शहर में क्रियान्वयित किया जाएगा।
कौन सा प्रोजेक्ट कब तक पूरा होगा
वाईफाई की सुविधा 2017 तक
पार्क, ग्रीन एरिया डेवलपमेंट मार्च 2018 तक
रिवर फ्रंट डेवलपमेंट सितंबर 2018 तक
शिक्षा एवं स्वास्थ्य के संसाधनों का विकास मार्च 2020 तक
अंडर ग्राउंड सीवेज और नाला सितंबर 2020 तक
अंडर ग्राउंड सीवेज और नाला सितंबर 2020 तक
मार्केट डेवलपमेंट सितंबर 2020 तक
(ये एरिया बेस्ड डेवलपमेंट में अतिरिक्त काम हैं)
स्मार्ट क्लीनिंग 2018 तक
धरोहर संवरेगा, म्यूजियम बनेगा सितंबर 2018 तक
इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सितंबर 2020 तक
इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सितंबर 2020 तक
कमांड एंड कंट्रोल सेन्टर मार्च 2021 तक
(उक्त अवधि डीपीआर में तय किए गए लक्ष्य के अनुसार)
एरिया बेस्ड डेवलपमेंट में अतिरिक्त काम
अंडर ग्राउंड बिजली आपूर्ति: कोर एरिया में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए ग्रिड को अपग्रेड किया जाएगा और बिजली तारों को अंडरग्राउंड किया जाएगा। इस एरिया में कहीं भी बिजली के तार पोल पर नहीं होंगे।
मार्केट डेवलपमेंट: कोर एरिया में अधिकांश बाजार क्षेत्र के इलाके हैं। इस इलाके में पीपीपी मोड पर बिजनेस सेन्टर भी विकसित किए जाएंगे। म्यूनिसिपल मार्केट का भी फिर से विकास किया जाएगा।
वाईफाई की सुविधा: एरिया बेस्ड डेवलपमेंट के तहत चिह्नित इलाकों में तय अवधि तक नि:शुल्क वाईफाई की सुविधा भी मिलेगी। यह भी शहर को स्मार्ट बनाने की ओर एक अच्छा कदम साबित होगा
शिक्षा एवं स्वास्थ्य के संसाधनों का विकास: ई-हेल्थ सिस्टम के साथ एक मल्टीस्पेशिएलिटी हॉस्पिटल बनना है। एक डिजिटल लाइब्रेरी, ई-लर्निंग फैसेलिटी के साथ 10 पब्लिक स्कूल बनना है।
इंटेलीजेंट डायनामिक ट्रैफिक मैनेजमेंट: यातायात को सुव्यवस्थित तरीके से संचालित करने के लिए ट्रैफिक कंट्रोल रूम बनेगा। ट्रैफिक सिग्नल, सीसीटीवी कैमरे, ई-चलान सिस्टम, पार्किंग और ट्रैफिक सेंसर भी लगेंगे।
कमांड एंड कंट्रोल सेन्टर: कमांड एंड कंट्रोल सेन्टर के नाम से एक जगह नियंत्रण कक्ष बनेगा, जिसमें वीडियो सर्विलांस की सुविधा होगी। अग्निकांड, विधि व्यवस्था भंग होने या दुर्घटना होने पर अलार्म सिस्टम काम करेगा।
स्मार्ट क्लीनिंग: पूरे शहर में आधुनिक संसाधनों के साथ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित होगी। आधुनिक संसाधनों की खरीद और नालों का निर्माण भी इसमें शामिल है। शहर में सफाई का मुद्दा हमेशा अहम रहा है।
इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट: इसके तहत रोड और यातायात संसाधन विकसित किए जाएंगे। वन-वे ट्रैफिक सिस्टम होगा। स्मार्ट बस स्टैंड, स्मार्ट पार्किंग, फुटपाथ, स्ट्रीट पार्किंग की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
धरोहर संवरेगा, म्यूजियम बनेगा: बूढ़ानाथ मंदिर, जैन मंदिर, चंपानगर मंदिर, टिल्हा कोठी, शाहजंगी पहाड़ आदि धरोहरों का जीर्णोद्धार, विक्रमशिला विवि, प्रमुख फसल, सिल्क उद्योग के इतिहास दिखाने के लिए म्यूजियम बनेगा।
रिवर फ्रंट डेवलपमेंट: गंगा किनारे वाले इलाके को विकसित किया जाएगा। वाटर पार्क, सिल्क, कतरनी और जर्दालू आम के प्रमोशनल हाट बनेंगे। गंगा घाटों पर सीढ़ियां बनेंगी। पार्क का रूप दिया जाएगा और इवेंट सेन्टर भी होंगे।
पार्क, ग्रीन एरिया डेवलपमेंट: लाजपत पार्क, सैंडिस कंपाउंड के जयप्रकाश उद्यान को विकसित किया जाएगा। फूड कोर्ट और फूड पार्क भी बनाए जाएंगे। लाजपत और सैंडिस दोनों ही शहर के प्रमुख स्थानों में से एक हैं।
अंडर ग्राउंड सीवेज और नाला: कोर एरिया में सीवेज और नाले 100 प्रतिशत अंडर ग्राउंड बनाने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि पॉलीथिन व इधर-उधर के मलबे से नाला जाम होने की समस्या ही न रहे।
अगर योजना पर ठीक से काम हुआ तो सिल्क सिटी के नाम से पूरी दुनिया में मसहूर भागलपुर बिहार का पहला स्मार्ट सिटी बन के उभरेगा।