जियोलॉजिस्ट सर्वे ऑफ़ इंडिया परीक्षा में बिहार की बेटी अंजू का पांचवा स्थान
बिहार की बेटी ने अपने प्रतिभा के दम पर राज्य का नाम फिर रौशन किया है। संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित जियोलॉजिस्ट सर्वे ऑफ़ इंडिया परीक्षा में देश में पांचवा स्थान प्राप्त कर दिखा दिया की बिहार की बेटियां किसी भी क्षेत्र में किसी से कम नही है।
सासाराम की अंजू कुमारी ने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित ग्रुप ए जियोलॉजिस्ट के चयन हेतु जियोलॉजिस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की परीक्षा में पूरे भारत भर में पाँचवा स्थान प्राप्त करके पूरे राज्य का नाम रोशन किया है. 2010 में आइआइटी की परीक्षा पास कर उन्होंने धनबाद (आईएसएम) में एडमिशन लिया और गोल्ड मैडल के साथ एप्लाइड जियोलॉजी में इंटीग्रेटेड मॉस्टर कोर्स पूरा किया. वे लगातार पांचों साल अपने विभाग की टॉपर रहीं। वे 10 और 12 में कैमूर जिले की टॉपर भी रह चुकी हैं. उनके बड़े भाई कुमार गौरव ने 2008 में आइआइटी की परीक्षा पास की और वे आइआइटी बीएचयू से खनन अभियांत्रिकी में गोल्ड मैडलिस्ट रह चुके हैं. इनकी छोटी बहन सिंधु कुमारी आईजीआईएमएस पटना से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं. इनकी दीदी अहमदाबाद में हैं और उनके पति भारतीय रक्षा विभाग के चिकित्सा विभाग में कार्यरत हैं.
इनके पिता देवब्रत सिंह, जो कि मध्य बिहार ग्रामीण बैंक में वरीय अधिकारी हैं, उनका कहना है कि लैंगिक विभिन्नता बस एक सामाजिक अवधारणा है. समान अवसर मिलने पर लड़के और लड़कियां दोनों किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने अपील की है कि जब सरकार विभिन्न योजनाओं जैसे बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के माध्यम से लैंगिक भेदभाव दूर करने की कोशिश कर रही है तो हमें भी एक अच्छे नागरिक की तरह इस भेदभाव को पारिवारिक स्तर से खत्म करना चाहिए. उनकी मां जो कि एक गृहिणी है, उन्होंने कहा कि हर माता पिता को अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा और अपना कैरियर चुनने की स्वतंत्रता देनी चाहिए, ताकि वे एक जिम्मेदार नागरिक बन सकें. अंजू ने न केवल अपने माता पिता बल्कि पूरे बिहार का नाम देश भर में रोशन किया है.