मेघालय को फाइनल में रौंदकर, बिहार की अंडर 19 टीम बनी चैंपियन
बीसीसीआई के द्वारा बैंगलोर में आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में मेघालय की टीम को 10 विकेट से हारकर बिहार की अंडर 19 टीम चैंपियन बनी। इसकी जानकारी मिलते ही राज्य क्रिकेटरों और खेल प्रेमियों में हर्ष का माहौल है। बिहार के खिलाड़ियों ने साबित कर दिया कि उनका मुकाबला चाहे किसी से भी क्यों न हो वे हमेशा अपना परचम बुलंद ही रखेंगे। चैम्पियन बनने के बाद बिहार को रणजी ट्राफी खेलने का सुनहरा अवसर मिल सकता है।
बिहार ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की ओर से उसके एसोसिएट सदस्यों के लिए आयोजित अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट को जीत लिया है। बुधवार को बेंगलुरु के अलूर क्रिकेट ग्राउंड नम्बर 3 पर हुए फाइनल मुकाबले में उसने मेघालय की टीम को एकतरफा अंदाज में 10 विकेट से हरा दिया।
मेघालय की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 32.4 ओवर में सिर्फ 71 रन बनाकर ऑल आउट हो गयी। इस लक्ष्य को बिहार ने त्रिपुरारी केशव के शानदार अर्धशतक (54) की बदौलत बिना कोई विकेट खोए सिर्फ 9.2 ओवर में हासिल कर लिया।
बीसीसीआई ने अपने एसोसिएट और एफिलिएट सदस्यों के लिए इस अंडर-19 टूर्नामेंट का आयोजन 15 से 21 सितम्बर तक किया। इसमें उन छह राज्य की टीमों ने हिस्सा लिया जो रणजी ट्रॉफी जैसे बोर्ड के मुख्य धारा के टूर्नामेंट में नहीं खेलते हैं। इनमें पूर्वोत्तर के अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, सिक्किम, नगालैंड और मणिपुर के अलावा बिहार की टीमें शामिल हैंं। इस टूर्नामेंट का आयोजन लीग के साथ नॉकऑउट आधार पर किया जा गया था।
जूनियर राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष वेंकटेश प्रसाद और राकेश पारिख ने एसोसिएट और एफिलिएट राज्यों की संयुक्त टीम के चयन के लिए स्टेडियम में मैच देखा। टूर्नामेंट में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को चुनकर एक टीम बनायी जाएगी। यह टीम पूर्व क्षेत्र में वीनू मांकड़ टूर्नामेंट में हिस्सा लेगी। टूर्नामेंट में हिस्सा लेने से पहले इन सभी टीमों ने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में कोचिंग शिविर में हिस्सा लिया था। बीसीसीआई टीमों के लिए सहायक स्टाफ की नियुक्ति करेगी और सारे खर्चे भी उठाएगी।
विजय मर्चेन्ट ट्रॉफी (अंडर-16 पूर्व क्षेत्र) और कूच बिहार ट्रॉफी (अंडर-19 प्लेट ग्रुप) के लिए संयुक्त टीमों के चयन के लिए अलग टूर्नामेंट का आयोजन किया जाएगा।
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को अब तक बीसीसीआई की तरफ से पूर्ण सदस्यता नहीं दी गई है, वहीँ झारखंड की टीम बिहार से अलग होने के बाद से ही रणजी ट्रॉफी में हिस्सा ले रही है। हालाँकि बीसीसीआई से बात करने में बिहार सरकार पीछे नहीं हैं और उम्मीद है कि बिहार को जल्द ही पूर्ण सदस्यता मिल जाएगी।