कश्मीर में LOC के पास बारामूला के उरी सेक्टर में सेना मुख्यालय पर आज सुबह हुए आतंकी हमले में 17 जवान शहीद हो गए। सेना के मुताबिक इनमें से 12 लोग आतंकियों द्वारा बैरक में आग लगाये जाने से जबकि शेष 5 लोग गोलियों से भून कर मार दिए गए। ये भी बताया जा रहा है कि मरने वालों में 15 जवान बिहार बटालियन के ही हैं।
शहीदों को लेकर बिहार में गर्व व शोक की लहर दौड़ गई है।शहीदों के संबंध में जानने के लिए लोग आतुर हो रहे हैं। साथ ही ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई की मांग भी कर रहे हैं।
यह कश्मीर में पाकिस्तान से घुसपैठ करने वाले आतंकियों का 15 सालों बाद सबसे बड़ा हमला है। इसके पहले अक्टूबर 2001 में जैश-ए-मोहम्मद ने श्रीनगर में जम्मू कश्मीर विधानसभा कॉम्प्लेक्स पर जीप में एक्सप्लोसिव्स के जरिए फिदायीन हमला किया था, जिसमें 38 की मौत हो गई थी। सेना की बात करें तो कश्मीर में 26 साल में पहली बार किसी आर्मी बेस पर इतना बड़ा हमला हुआ है।
आतंकियों के इस हमले का सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। इसमें 6 बिहार बटालियन के सैनिकों ने भी देश के लिए जान की बाजी लगा दी। सेना के शहीद हुए 17 जवानों में 15 बिहार बटालियन के ही हैं। इनके नामों की सूची अभी नहीं आई है।
देश के लिए शहादत देने वाले बिहार के जांबाज जवानों को लेकर बिहार में गर्व मिश्रित शोक का माहौल है। बिहार के जम्मू-कश्मीर में पदस्थापित सैनिकों से उनके परिजन संपर्क कर रहे हैं। जिनका संपर्क नहीं हो पा रहा, वे चिंतित नजर आ रहे हैं।