बिहार: बाढ से बिहार बेहाल है। लाखों लोग बेघर हो चुके हैं तो हजारों गाँवों में बाढ़ का पानी घुस चुका, साथ ही बहुत तेजी से चारों तरफ बाढ का पानी फैल रहा है। इस बार बाढ़ ने पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड दिया है।
पटना जिले में सोमवार को गंगा, सोन व पुनपुन के जल स्तर में थोड़ी कमी दिखी, लेकिन अभी भी डेंजर लेवल से ऊपर है. गंगा के जल स्तर में 35 सेंटीमीटर की कमी आयी है. इधर केंद्रीय जल आयाेग ने पटना में मंगलवार की सुबह तक 20 सेंटीमीटर, बक्सर में 20 सेंटीमीटर और साहेबगंज में पांच सेंटीमीटर की कमी की संभावना व्यक्त की है, जबकि कहलगांव में 36 सेंटीमीटर पानी बढ़ने की आशंका है.
- पटना जिले के पटना सदर, मोकामा व मनेर प्रखंड के दियारा क्षेत्र में बाढ़ का सर्वाधिक असर दिख रहा है.
इन इलाकों की दो दर्जन से अधिक पंचायतों में रहने वाली हजारों की आबादी विस्थापित होकर विशेष रिलीफ कैंपों में रह रही है. - बख्तियारपुर से मोकामा तक एनएच पर कई जगह एक से डेढ़ फुट तक पानी चढ़ा हुआ है, जिसके चलते इस पर परिचालन पर लगी रोक बरकरार है. बाढ़ में एनटीपीसी कैंपस में भी एक फुट से ऊपर पानी आ गया है.
- सोमवार को खगड़िया में जमींदारी बांध पानी का दबाव नहीं झेल पाया और टूट गया। वहीं गंगा में उफान से भागलपुर टापू जैसा बन गया है।
- रोहतास के इंद्रपुरी बराज से रविवार को छोड़े गए 5 लाख क्यूसेक पानी के सोमवार की रात तक रोहतास की सीमा में आने से हालात बिगड़ने के आसार हैं।
- आज कोईलवर और NH2(GT Road) पर बने डेहरी में नेहरू सेतू भी बंद है। जहाँ सुबह से ही हजारो वाहनों का लाइन लगा है। शाम तक ये जाम डेहरी से वाराणसी तक पहुच सकता है। दिल्ली से कोलकाता को जोड़ने वाला यह एकमात्र सेतु है।
- वहीं राज्य के छपरा, आरा बक्सर, बिहारशरीफ, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, भागलपुर, मुंगेर, लखीसराय, खगड़िया व कटिहार में बाढ़ की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है.
जहां पानी घटने की खबर से लोगों कुछ राहत मिली तो मौसम के मिजाज को देख लोग फिर सहम गये।
– राजधानी में सोमवार को पुरवैया हवा की रफ्तार 38 से 45 किमी प्रतिघंटे तक पहुंच गई। झारखंड और पश्चिम बंगाल से आए बादलों के कारण प्रदेश के पूर्वी-दक्षिणी इलाकों में भारी बारिश हुई।
– झाझा, गया, बोधगया, चेनारी, रफीगंज, जमुई, भभुआ व औरंगाबाद में 60 से 110 सेंटीमीटर तक बारिश हुई। पटना में सुबह से शाम तक तेज हवा के कारण अधिकतम तापमान 29.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
– आर्द्रता 85 फीसदी पर होने के कारण लोगों को गर्मी से राहत मिली। राजधानी सहित आसपास के इलाकों में मंगलवार को हल्की बारिश की संभावना है।
पानी में थोडी कमी के बाद फिर सोन नदी में उफान
– 24 घंटे से लगातार नीचे जा रही सोन सोमवार को अचानक उफना गई। दिन के 10 बजे तक इसका जलस्तर घट रहा था पर दो घंटे में ही 1.5 लाख क्यूसेक बढ़ गया। रात 12 बजे 3.87 क्यूसेक पहुंच गया।
– सोन में पानी पहुंचने के बाद सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। सभी अधिकारियों और इंजीनियरों को 24 घंटे सतर्क रहने का निर्देश दिया है।
– गंगा में उफान के बाद तटबंधों पर भारी दबाव पैदा हो गया है। कैमूर में कर्मनाशा और दुर्गावती नदियों में उफान से कई गांव घिर गए हैं।
– सोमवार शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक यह 50.17 मीटर पर टिका था। पुनपुन भी लाल निशान से 181 सेंटीमीटर ऊपर है। पटना और आसपास के इलाकों में हालात बिगड़ते जा रहे हैं।
बाढ़ से प्रभावित पटना समेत 12 जिलों के लिए अगले 24 घंटे अहम हैं क्योंकि सोन में पानी बढ़ने से गंगा का जलस्तर बढ़ना लाजिमी है।
मोदी ने की नीतीश से बात, पीएम बोले- देंगे हरसंभव सहायता
– बिहार में लगातार गंभीर होती जा रही बाढ़ की स्थिति पर केंद्र नजर रखे हुए है। प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की और हर तरह की मदद का भरोसा दिया।
– इससे पहले प्रधानमंत्री ने ट्वीट में कहा कि स्थिति पर केंद्र की नजर है। राहत और बचाव में केंद्र पूरी मदद करेगा। गृह मंत्री राजनाथ सिंह सरकार के संपर्क में हैं।
– वहीं रविवार की रात राजनाथ ने मुख्यमंत्री को फोन करके हालात की जानकारी ली। नीतीश ने उनसे स्थिति के आकलन के लिए विशेषज्ञों का दल भेजने का अनुरोध किया।
– नीतीश कुमार मंगलवार की सुबह दिल्ली जाएंगे। बिहार में बाढ़ की गंभीर स्थिति के मुद्दे पर मुख्यमंत्री की पीएम मोदी से भी मुलाकात हो सकती है।