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खुशखबरी: बिहार को मिला सत्याग्रह एक्सप्रेस,प्रभु ने बिहार को दिये कई और तोहफे

मोतिहारी/मुजफ्फरपुर: कल 10जून को देश के रेल मंत्र श्री सुरेश प्रभु बिहार दौरे पर थे।  बिहार के लिए रेल मंत्रालय ने कई खुशियों की सौगात दी है।  बापूधाम मोतिहारी से दिल्ली के लिए चम्पारण सत्याग्रह एक्सप्रेस के नाम से नई ट्रेन सेवा शुरू हो गई। इसके अलावा रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने खगौल रेलवे ओवरब्रिज का भी मोतिहारी से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया। रेल मंत्री ने मोतिहारी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया.

मोतिहारी में प्रभु

मोतिहारी में प्रभु

अपने बिहार दौरे पर पहुंचे केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि बिहार से मुझे विशेष लगाव है।  सुरेश प्रभु ने कहा कि बिहार को जितना मिला है, उससे ज्यादा इस वर्ष भी मिलेगा. उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ काम करना जानती है और नई योजनाओं से ज्यादा पुरानी योजनाओं पर काम होना जरूरी है।  बिहार में रेलवे की खराब हालत का ठीकरा यूपीए सरकार फोडते हुए प्रभु ने कहा कि यूपीए सरकार ने बिहार को रेलवे के मामले में सबसे ज्यादा नजरअंदाज किया।

 

सत्याग्रह एक्सप्रेस के साथ कई और तोहफे बिहार को मिला।  चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के अवसर पर रेलमंत्री ने बापू की कर्मभूमि से इस ट्रेन सेवा की शुरुआत की है। यह ट्रेन सप्ताह में एक दिन चलेगी। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने स्थानीय एमएस कॉलेज के मैदान से रिमोट के जरिये 11 बज कर 24 मिनट पर ट्रेन को रवाना किया किया। कार्यक्रम के दौरान रेलमंत्री ने रिमोट के जरिये मोतिहारी के बलुआ रेलवे क्रासिंग पर बने ऊपरगामी पुल व पूर्णिया-बनमनखी बड़ी लाइन का भी लोकार्पण किया।

 

खगौल रेलवे ओवरब्रिज जनता शुक्रवार को समर्पित हो गया। मोतिहारी से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने इसका उद्घाटन किया।

 

करीब बारह बजे से वाहनों का परिचालन शुरू हो गया। खगौल की ओर से पटना की ओर जाने वाले पुल के हिस्से की चौड़ाई फोरलेन है ऐसे में अधिक संख्या में एक साथ वाहन पुल से गुजर सकते हैं। पुल का एक हिस्सा एनएच 30 की ओर उतर रहा है जो टू लेन का होगा। ओवरब्रिज चालू होने से पटना पश्चिमी इलाके में जाम की संख्या से काफी हद तक लोगों को निजात मिल जाएगी।

 

विशेष सैलून से मुजफ्फरपुर पहुंचे रेल मंत्री से लोगों ने नयी दिल्ली के लिये रोजाना गरीब रथ चलाने की मांग की. वहीं पत्रकारों के एक समूह ने रेल मंत्री को जेआरसीसी समिति में पत्रकारों को भी शामिल करने की मांग की.

 

 

 

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