मैं बिहार की बेटी हूँ – प्रियंका
पटना: भारतीय फिल्म की प्रसिद्ध आदाकारा प्रियंका चोपडा कल 9 जून को पटना पहुंची थी और नमस्ते कर पटनावासियों का अभिवादन किया।
प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि मैं बिहार की बेटी हूं। मैंने पैदा होते ही बिहार को ही देखा है। मेरा जन्म और प्रारंभिक पढ़ाई संयुक्त बिहार के जमशेदपुर में हुई है, इसलिए बिहार से मेरा भावनात्मक रिश्ता है।
ज्ञात हो कि प्रियंका पीएंडएम मॉल में अपने प्रोडक्सन हाउस के बैनर तले बनी फिल्म ‘बम बम बोल रहा है काशी ‘ के प्रोमोशन के लिए पटना आई थी।
प्रियंका ने बिहार को फिल्म फ्रेंडली बनाने की दिशा में संवेदनशील बिहार के कला संस्कृति विभाग के प्रति आभार प्रकट किया तथा विभाग के प्रयासों की सराहना की।
प्रियंका ने कहा कि बिहार की ऐतिहासिकता एवं रोचकता से मैं परिचित हूं। बिहार में फिल्म निर्माण की असीम संभावनाएं हैं।
बिहार सरकार के कला मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा कि प्रियंका चोपड़ा बिहार की बेटी हैं। इसी तरह वे बिहार आती रहें। यहां आकर फिल्में बनाएं, बिहार सरकार उन्हें हरसंभव मदद करेगी। राज्य सरकार कला, संस्कृति एवं सिनेमा को लेकर बेहद गंभीर है। जल्द ही हम फिल्म निर्माण नीति बनाने वाले हैं। इस अवसर पर प्रियंका चोपड़ा ने कला संस्कृति विभाग की ओर से प्रकाशित बिहार के स्मारक पुस्तक का लोकार्पण भी किया।
हालांकि प्रियंका चोपडा के प्रोडक्सन के बैनर तले बने भोजपुरी फिल्म का लोग बडी बेसब्री से इंतजार कर रहे थें। सभी को उम्मीद था प्रियंका चोपडा का फिल्म आम अश्लिल भोजपुरी फिल्म से अलग और अच्छी पथकथा पर आधारित होगी मगर फिल्म का ट्रेलर देख सबको निराशा हाथ लगी। यह फिल्म भी समाज में अश्लिलता ही परोसती नजर आ रही।
मिथिला मखान फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीत बिहार का नाम रौशन करने वाले नीतीन चंद्रा सोशल साईटों पर प्रियंका के इस फिल्म के खिलाफ मुहीम चला रहे है और इसका विरोध कर रहे है।
नीतीन चंद्रा कहते है “भोजपुरी में गन्दी फिल्में बनती रहीं हैं । आगे भी बनेंगी । लेकिन जब वैसे ही गन्दी फिल्म प्रियंका चोपड़ा जैसा स्टार बनाता है तो बिहारी समाज की संवेदनशीलता पर भी सवाल उठता है । वो प्रियंका चोपड़ा जो बिहार में ही पैदा हुई हैं ।
आज अगर इस मुद्दे पर आप लोग मौन रहे तो भविष्य आप सब से पुछेगा की तुम उस 9 जून 2016 को कहाँ थे जब हिंदुस्तान की सबसे बड़ी फिल्म कलाकार भोजपुरी में नग्नता परोस कर पैसा कमाने के तइयारी कर रही थी ।इसलिए, बोलिए । अपना मुंह खोलिए । अपने फेसबुक पर/ट्विटर पर लिखिए ।
एक फेसबुक पोस्ट में नीतीन चंद्रा लिखते है,
भोजपुरी तो पहले से ही कराह रही थी,
अपने फटे कपड़ों से कभी अपनी पीठ तो
कभी अपनी छाती
तो कभी पेट छुपा रही थी
ना कभी कुछ माँगा उसने
ना कुछ किसी ने दिया उसको
अपने बेटों के कुकृत्यों पर
फिर भी मुस्कुरा रही थी
वो नहीं कहती कुछ भी
बस देती है करोड़ों को भाव
शब्द – बोल – लोक परम्पराएं
लेकिन फिर भी
अपने फिर से रोज़ रोज़ नंगे होने के डर में जिए जा रही थी
और प्रियंका जी आईं
और उसको बदन से वो आखरी चिथड़ा हटाकर बाजार में खड़ा कर दिया ।
बहुत दिनों बाद आज दुःख और गुस्सा दोनों है । मन कर रहा है जैसे फट के बिखर जाएँ और कोइ ना देखे । आज कहाँ गए वो लोग जो भोजपुरी को अश्लील अश्लील कहते तो हैं लेकिन करते कुछ नहीं । मौन धारण से नहीं होगा । अब तो आपकी चहेती अदाकारा ने अश्लीलता परोस दिया आपकी भाषा में |