दिल्ली: हर बार के तरह फिर केद्र सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट में बिहार अन्य सभी राज्यों को पछाड़ते हुए फिर सबसे आगे। बिहार विकाश पथ पर तेजी से अग्रसर है, बात पर मुहर खुद केंद्र की रिपोर्ट लगा रही है।
कारोबार करने में सहूलियत के लिए जरुरी माहौल बनाने के मामले में बिहार देश के तमाम राज्यों सहीत केंद्र शासित प्रदेश को भी पछाड़रते हुए पहले स्थान पर है।
बिहार के बाद तेलंगना दूसरा, झारखंड तीसरा, तो चौथा स्थान प मध्य प्रदेश और पांचवा स्थान पर कर्नाटका है।
भारत सरकार के औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग के ओर जारी ‘रियल-टाइम’ (वास्तविक समय) सूची के मुताबिक कारोबार करने में सहूलियत के लिए जरूरी सुधार के मामला में बिहार के पहिले स्थान पर है। हालांकि, सूची पूरी तरह से तैयार नहीं हुआ है और इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। आने वाले समय में इसके पायदान में बदलाव हो भी सकता है मगर 8. 53% अंक के साथ बिहार सबसे आगे है।
औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग ने कहा है कि, अलग-अलग राज्य के ओर से कारोबार में सहूलियत के लिए जरूरी सुधार के मामला में अपलोड दावा के प्रमाणित करने के काम होता है। अभी तक कुल 16 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश अपने ओर से उठाय सुधार के कदम और दस्तावेज़ अपलोड किये है। सभी राज्य के दावा के प्रमाणित होने के बाद अंतिम सूची तैयार होगी।
पछिले साल विश्व बैंक के ओर से जारी हुए सूची में पहिले स्थान प रहने वाला गुजरात इसबार 6वां स्थान पर है, जबकि इसी सूची में पछिले साल 21वां स्थान पर रहने वाला बिहार को पहला स्थान मिला है।
इस सूची में 340 पैमाना पर राज्य के प्रदर्शन के बाद उसका स्थान तय होता है। पछिले साल इस पैमाने का संख्या 91 था।
औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग के एगो अधिकारी कहते है – “कुछ राज्य अपने यहाँ 200 से जादे सुधार तक के दावा किये लेकिन अभी तक सिर्फ बिहार के 29 दावा प्रमाणित हो चुका है और वह सबसे आगे है लेकिन अंतिम सूची में बिहार का स्थान बदल भी सकता है, हालांकि यह जरूरी नहीं है।”
अधिकारी के मुताबिक 15 जून के बाद जुलाई के अंत तक इस मामले में अंतिम सूची जारी होगा।
बिहार में सुधारों की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। बिहार सबसे तेजी से विकाश करने वाला राज्य भी है। 21वें पायदान से 1 पहले पायदान पर आ जाना वाकई काविले तारिफ है।