अभी लीची का मौसम है। शायद ही कोई हो जो एक बार भी लीची खाया हो और उसका फैन न बना हो और वह भी बिहार के मुजफ्फरपुर का शाही लीची।
बिहार का मुजफ्फरपुर पूरी दुनिया में लीची के शहर के नाम से ही प्रसिद्ध है। यहां की लीची देश-दुनिया के लगभग सभी भागों में जाती है। और गर्मी के महीनों में लोगों के खास पसंदीदा फल में लीची सबसे प्रचलित है। जिसे हर राज्य के लोग बड़े चाव से खाते हैं।
जिसने भी इसको चखा है वह इसका फैन हो गया। उस फैन में से एक नाम अपने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का भी है।
प्रधानमंत्री जी को भी लीची पसंद है। पिछली बार चुनाव प्रचार में जब मोदी जी मुजफ्फरपुर रुके थे तो मुजफ्फरपुर के लीची का जमकर तारिफ किया था।
लीची के लिए प्रसिद्ध मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन इस वर्ष भी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ देश और राज्य के मंत्री, सांसद सहित कई गणमान्य लोगों को लीची पहुंचाने में जुटा हुआ है.
शाही लीची के 600 पैकेट दिल्ली भेजे जाएंगे। प्रत्येक पैकेट में 50 किलोग्राम लीची होगी। मुजफ्फरपुर के कृषि पदाधिकारियों को शाही लीची के 600 पैकेट तैयार करने के निर्देश दिया गया है।
आपको पता होगा कि कुल लीची उत्पादन में बिहार की हिस्सेदारी 65 प्रतिशत से ज्यादा है। बिहार में कुल 30,600 हेक्टेयर भूमि में लीची की खेती की जाती है। आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2009-10 में राज्य में कुल 2.15 लाख टन लीची का उत्पादन हुआ था, जबकि पिछले वर्ष राज्य में दो लाख टन लीची का उत्पादन हुआ था।