बिहार किसी की जागीर नही है जो कभी भी राष्ट्रपति शासन लगा दे – तेजस्वी
मुजफ्फरपुर: आज 28 मई को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लीची के मौसम में लीची के शहर मुजफ्फरपुर के दौरे पर थे साथ में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी थे। मुजफ्फरपुर आ के लीची खाय की नहीं पता नहीं मगर हर रैली की तरह यहां भी विपक्ष पर जम के बरसे और खुब बोले भी, यहां भी विषय वही था जिसपे वह आज कल देश भर में घूम-घूम के बोल रहे है। आप सही सोच रहे है वह विषय शराबबंदी ही थी।
नीतीश ने कहा कि शराबबंदी की सफलता ने विपक्ष की निंद उड़ा दी है, इसलिए वे अनाप-शनाप बयान दे रहा है. उन्होंने कहा कि शारबबंदी के बाद पूरे देश की नजर बिहार पर है.
जीविका’ की सदस्यों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश में शराबबंदी से अच्छा संदेश गया है. विपक्ष की नींद उड़ी हुई है. वह बिहार को पीछे डकेलना चाहते है. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग हर साल 13 से 14 हजार करोड़ रुपये की शराब पी जाते थे. अब वह पैसा परिवार में लगेगा तो सबका विकास होगा.
एक तरफ नीतीश विपक्ष पर अपने तीरों से हमला कर रहे थे तो साथ आए तेजस्वी यादव भी आज अपने लालटेन में तेल डाल के आए थे।
जब तेजस्वी यादव की बारी आई तो आते ही विपक्ष को ललकारा और चुनौती दी और कहा बिहार किसी की जागीर नही है जो कभी भी राष्ट्रपति शासन लगा दे. उन्होंने केंद्र को चुनौती देते हुए कहा कि किसी में दम है तो राष्ट्रपति शासन लगा कर दिखाए।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में बिहार में हुए अपराधिये घटनाओं पर विपक्ष सरकार पर लगातार हमला कर रही है और राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग कर रही है।
विपक्ष का कहना है कि बिहार में फिर से जंगलराज की वापसी हो गई है। इसी पर तेजस्वी बौखलाय थे।