बिहार का दशरथ माझी, इंसानी जज़्बे, जुनून और मोहब्बत की मिसाल
तुम से मिलती-जुलती मैं आवाज़ कहाँ से लाऊँगा, ताज-महल बन जाए अगर मुम्ताज़ कहाँ से…
6 years ago
तुम से मिलती-जुलती मैं आवाज़ कहाँ से लाऊँगा, ताज-महल बन जाए अगर मुम्ताज़ कहाँ से…
नया-नया जवान हो रहे थे हम..! ई ऊ उमर है जिसमें लौंडा बाप-माई का कम,…
बात तब की है जब मैं १० क्लास में था। Guardian के प्रेशर में मैंने…
हमारे समाज में प्रेम या प्रेम विवाह करना एक गुनाह के तौर पर देखा जाता…
इश्क़, प्यार, मुहब्बत, प्रेम... ये वो शब्द हैं जिन्हें सुनते ही हर दिल धड़क उठता…